लाल किताब पक्का घर खाना नंबर 7
1) खाना नंबर 8 के ग्रहो से डर तो लगता ही है
खासकर जब वो मंदे हो या वो ग्रह जो आठ में सिर्फ बैठ जाने से ही मंदे मान लिए जाते
है जैसे, राहु
, केतु
, बुध, चन्द्र– मंगल, चन्द्र – शनि, मंगल – शनि | जब खाना नंबर
8 के ग्रह वर्षफल में खाना नंबर 8 या 1 में आये तो उनकी आपसी दोस्ती – दुश्मनी बहाल
होगी |
2) जब खाना नंबर 8 का ग्रह 2 में आये ( 5 साल
उम्र में) तो किस्मत का उदय होगा |
3) 7वां घर बुध – शुक्र का पक्का घर है | इस घर को रिजक (शुक्र) व अक्ल (बुध) के आटे की चक्की के समान
माना है जिसमे शुक्र चक्की का निचला (fixed) ओर बुध को ऊपर का घूमता पत्थर माना है ओर 8 को चक्की को
घुमाने का हत्था माना है |
4) बुध – शनि – केतु ( मित्र ग्रह शुक्र के ) अपना अपना नंबर 7 का दिया हुआ
फल घूमते पत्थर यानि वास्ते रिजक फालतू धन राशिफल काबिले उपाय |
5) सूरज, चन्द्र, राहु ( शत्रु ग्रह शुक्र के ) जैसा शुक्र वैसा ही अपना फल
पत्थर यानि वास्ते रिजक व् फालतू धन ग्रहफल
अटल फैसला |
6) बुध यहाँ पर एक ही घूमता हुआ कुम्हार का पत्थर
जो दो का काम देगा |
7) मंगल ओर बृहस्पति का यहाँ फल वास्ते परिवार
होगा (लेकिन लाल किताब में मंगल खाना नंबर 7 में लिखा है कि मंगल अगर नेक हो ओर बुध का
सम्बन्ध न हो तो राजयोग जैसा फल देता है )
8) जहाँ शुक्र बैठा हो उस घर का मालिक या पक्का
घर का मालिक चक्की व् चक्र का रहनुमा होगा |
9) अमूमन स्त्री ग्रह स्त्री पर असर करता है ओर
नर ग्रह मर्दों पर लेकिन अगर खाना नंबर 7 में दो से ज्यादा ग्रह बैठे हो तो स्त्री
ग्रह मर्दों पर असर करेगे | मसलन चन्द्र खाना
नंबर 7 में अगर दो ओर ग्रहो के साथ बैठा हो तो चन्द्र पर जो भी असर खाना
नंबर 1-7 के ग्रहो का हो सकता है वो अब चन्द्र (माता) पर न हो कर बृहस्पति (नर – पिता ) पर
होगा | इसी
तरह जब खाना नंबर 7 में शुक्र बैठा हो दो ओर ग्रहो के साथ तो जो भी असर शुक्र
(स्त्री) पर होना था अब वो असर पुरुष यानि टेवे वाले खुद के जिस्म पर होगा | ओर इस शुक्र
का असर दुसरे मर्दों याने बृहस्पति, सूरज, मंगल पर भी हो सकता है |
Vedic & Lal Kitab Astrologer
Lal Kitab Vastu Consultant
लाल किताब पक्का घर खाना न 7
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