लाल किताब
राहु खाना नंबर 10
साँप की मणि (सहायक) या फिर साँप की सिरी (भयानक)
करे दोस्ती जब तू हाथी या राजा |
बड़ा रखना दरवाजा अच्छा ही होगा |
खाली मंदिर से राहु सोता, तेज स्वाभाव मंदा हो | मित्र* ग्रह पर कीचड़ देता, उपाय मंगल का उत्तम हो |
*बुध, शनि, केतु
नेक हालत में
1) पिता के लिए शुभ | स्वयं भी अच्छे स्वाभाव वाला होगा | हर जगह मान पाने वाला | मगर फिर भी मित्र हाथी से कीचड़ का भय लगा रहेगा यानि राहु का अच्छा या बुरा प्रभाव शक्की ही होता है जो शनि के इशारे पर चलेगा | शनि अच्छा तो अच्छा फल देगा वरना शनि के मंदे होने पर मंदा फल दे सकता है |
2) धनी होने की निशानी होगी | अगर सहायक सिद्ध हो तो साँप की मणि का काम देवे जो साँप (शनि) के जहर को भी चूस ले |
3) शनि उत्तम हो तो राहु धन के लिए 2 गुना उत्तम होगा | शेरो का नामी शिकारी हाथी होगा जिस के प्रभाव की गति भी दुगनी तेज और शुभ होगी | कमाल का व्यापारी होगा | आयु लम्बी होगी |
मंदी हालत में
1) चाहे बाप के लिए अच्छा मगर माता के लिए (चंद्र का असर) मंदा ही होगा | खुद अपनी सेहत भी शक्की होगी | राहु शक्की प्रभाव का होगा जिसका फैसला शनि की हालत पर होगा | खर्चा चाहे लम्बा मगर अच्छा जब शनि नेक हो वरना सोने को लोहा कर दे और लोहे तक को भी अफीम बना कर खा जाने का स्वामी होगा | जद्दी जायदाद को कोयला कर देगा |
2) साँप की सिरी (सिर्फ कटा हुआ सिर) जो मारने के लिए साँप से भी अधिक भयानक |
3) तंगदिली और कँजूसी, उसकी दूसरे से अदावत (शत्रुता, घृणा) मंदा करने का बहाना होगी |
4) राहु का मंदा असर सिर्फ धन-दौलत पर होगा |
5) शनि मंदा हो तो दृष्टि और आयु का खतरा होगा |
6) राहु की मंदी हालत में हाथी की मंदी लीद से घर भर जाए |
7) मंगल बद हो तो निर्धन, कष्ट पर कष्ट पाए |
8) खाना नंबर 10 में राहु के साथ उसके शत्रु ( सूर्य, मंगल, शुक्र) हो तो अँधा टेवा होगा | राहु एक अंधे हाथी की तरह अपनी ही फ़ौज को मारेगा |
9) मंगल नेक हो तो राहु का मंदा असर टेवे वाले पर न होगा |
10) चंद्र नंबर 4 में हो तो दिमागी ख्याल का मंदा धुआँ परेशानी का कारण होगा | सिर / दिमाग फट जाए या कट जाए | नजर गुम हो जाए | धन दौलत पर बिजली की तरह का मंदा प्रभाव | मंगल का उपाय सहायक होगा |
11) जब मंगल का साथ न हो तो काला नंगा सिर रखना धन हानि की निशानी होगा |
S Kuber RA
Jyotish Acharaya
Vedic & Lal Kitab Astrologer
Lal Kitab Vastu Consultant
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