लाल किताब
चंद्र और बुध
माँ-बेटी, दरिया के पानी में रेत, मैना, तोता, हँस परिन्दा, सीढ़ियों वाला कुआँ
दोनों ग्रह 29 या 58 साल उम्र तक मुश्तरका होंगे | चंद्र नेक होने की हालत में बुध 1/2 हिस्सा मंदा हो सकता है | बुध का नेक फल व्यापार वगैरा का फायदा समुंद्री सफर वगैरा 34 साल की उम्र के बाद ही होगा |
अगर बुध नेक हो तो चंद्र भी नेक होगा मगर बुध मंदा हो तो न सिर्फ चंद्र मंदा बल्कि शनि भी औलाद के ताल्लुक में अपने ही बच्चे तक खा जाने वाला बुरा साँप होगा |
चंद्र पहले घरो में हो तो चंद्र का असर प्रबल होगा | गैबी हाल अच्छा, दुनियावी हालत में दोनों का फल मंदा होगा | दोनों के साथ गुरु भी आ मिले तो बुध मारा जाएगा |
बुध पहले घरो का हो तो बुध का असर प्रबल होगा | या दोनों बुध के घरो में इकट्ठे हो तो मंदा फल होगा |
दोनों मंदे हो रहे हो तो माँ (चंद्र) बेटी (बुध) अलग-अलग रहे |
दोनों बिलमुकाबिल हो और दृष्टि हो
100 फीसदी तो निहायत ही ख़राब असर
50 फीसदी दृष्टि तो खराब
25 फीसदी दृष्टि तो मामूली ख़राब
मगर धन बर्बाद न होगा जब तक चंद्र प्रबल रहे |
नेक हालत में
1) दोनों ऐसे घरो में हो जहाँ बुध नेक हो रहा हो तो चंद्र धर्मात्मा और नेक फल देगा |
2) दोनों ऐसे घरो में हो जहाँ दोनों में से किसी एक का फल (अलग-अलग ले कर) खराब हो रहा हो तो दोनों का उत्तम फल होगा |
3) जब दोनों अपने-अपने पक्के घरो से बाहर हो ( यानि 4/7 घर) और दृष्टि की रूह पर हर तरफ से खाली हो तो इकबालमंद, और धन-दौलत उम्दा होगा | मगर दिल का फिर भी डरपोक ही होगा |
4) जब दोनों मुश्तरका को गुरु / सूर्य / शनि देखे तो नेक असर होगा |
खाना नंबर 2
पिता की उम्र अब शक्की न होगी और न ही धन-दौलत और पिता का बचाया धन-दौलत बर्बाद न होगा |
खाना नंबर 4
अमोलक (अनमोल) हीरा, धन-दौलत का गहरा दरिया जो हर तरह की शांति दे | गैबी हाल अच्छा नेक होगा |
खाना नंबर 6
माता-पिता का सुख सागर नेक और लम्बा अरसा होगा | बजाजी (कपडे) के कामो से मिस्ल (सामान) राजा होगा | अक्ल कायम, हमदर्द, मातृ हिस्सा का नेक असर होगा | मगर इक तरफ़ा तबियत का मालिक होगा |
खाना नंबर 10
समुन्द्र और सफर दोनों मोती देंगे | गुरु खाना नंबर 3 का नेक फल साथ होगा | शेर दहाना (शेर मुखी) मकान की हैसियत या तिजारती काम (व्यापार) और मर्दो की बरकत होगी |
खाना नंबर 11
मोती समुन्द्र पैदा करती, रोज बारिश न होती हो |
वक्त शादी या अपनी लड़की, बारिश मोती की होती हो |
समुन्द्र के सीप में मोती बनाने वाली बारिश रोज नहीं होती लेकिन जब होगी तो मोती बनाकर ही जाएगी | अपनी शादी और लड़की की शादी के दिन से मुबारिक पर मुबारिक मोती पैदा होंगे यानि धन-दौलत की बरकत होगी |
बाकी घर अपना-अपना फल होगा |
मंदी हालत में
1) दोनों ऐसे घरो में बैठे हो जहाँ बुध का फल निकम्मा हो रहा हो तो चंद्र का दुनियावी फल भी निकम्मा और ख़राब होगा | गल्बा-ए-इश्क (इश्क की प्रबलता)से तबाह होगा | बल्कि शनि भी भला न होगा | ऐसी हालत में चंद्र का रूहानी फल उत्तम बल्कि प्रबल होगा |
2) अगर पापी ग्रहो का ताल्लुक हो जाए तो दोनों ही ग्रहो का दुनियावी और गैबी फल मंदा होगा | जब दोनों को मंगल बद देखे तो केतु का फल निकम्मा और केतु के मुतल्ल्का रिश्तेदार मामू तरफ खराबियाँ ही होगी मगर अपनी उम्र लम्बी होगी | ग़शी-गोता (मूर्छा), दिल की बीमारियाँ होगी |
उपाय
मंदे बुध के समय राहु या मंगल बद की मदद मुबारिक होगी |
खाना नंबर 3
शनि और राहु बर्बाद और शुक्र का फल मंदा होगा खासकर जब खाना नंबर 6 में बुध के दोस्त (सूर्य / शुक्र / राहु) न हो |
खाना नंबर 4
दुनियावी हाल मंदा ही होगा | दोनों मुश्तरका मंदे शनि की तरह फल देंगे | चाँदी की जगह कलई होगी | चंद्र का जहर बुध की रेत को और भी जलाता होगा | पराई मुसीबत को अपने ऊपर ले कर खामखा बर्बाद होगा | या फर्जी वहम में अपने सिर की कमजोरी दिखलाएगा और खुदखुशी की नौबत तक हो सकती है जिसकी वजह गरीबी, मुफलिसी न होगी | बल्कि दिल न होने का सबब या गल्बा-ए-इश्क सबब होगा |
खाना नंबर 6
नजर शक्की खुद खूनी होता, माया दौलत ख़्वाह लखपति हो |
मंगल चौथे घर आठवे बैठा, माता मासूमी मरती हो | (छोटी आयु)
ऐसा आदमी खूनी होगा | ऐसा आदमी लखपति होता हुआ भी मुसीबत पर मुसीबत देखता चला जाएगा | मगर अक्ल की कोई पेश न जाएगी | 6 बाकी बचने वाले मकान की तरह की किस्मत (तकिया मुसाफिर) |
खाना नंबर 7
दूध में रेत | बकरी दूध तो देगी मगर मेंगने डाल कर | यानि हर दो ग्रह का फल खराब और बदमजा या बेजायका ही होगा | लखपति फिर भी दुखिया | माता न होगी | अगर होगी तो शायद अंधी ही होगी | दिमागी सदमात भी हो सकते है | दस्ती पेशा बर्बाद ही होगा |
खाना नंबर 8
वही मंदा फल जो नंबर 4 का लिखा है
खाना नंबर 10
औरतो और बच्चो के ताल्लुक में कोई ऐसा मुबारिक काम न होगा | अगर नंबर 8 मंदा हो तो निहायत बुरी मौत का खतरा होगा | मनहूस जिंदगी का मालिक होगा |
खाना नंबर 12
शनि का फल अब जहरीला होगा | ख़्वाह शनि टेवे में कैसा ही उम्दा बैठा हो | जिसके सहारे दिमाग ने सोचा वह पहले हो रोता हुआ और आगे भागता हुआ जाता नजर आया |
S Kuber RA
Jyotish Acharaya
Vedic & Lal Kitab Astrologer
Lal Kitab Vastu Consultant
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