लाल किताब
सूर्य खाना नंबर 1
सतयुगी राजा, हाकिम
हुई राख दुनिया है, दिन रात
जलती, सिर्फ धर्म बाकी है, एहसान धरती |
1)
पुराने विचार ओर गरीबो की
सहायता करने वाला नेक धर्मात्मा | नंबर 7 खाली तो शादी से भाग्य जागेगा |
2)
शुक्र - बुध इकट्ठे हो (मसनुई
सूर्य) तो उम्र, स्वाथ्य, रिजक मिलेगा |
3)
बुध ओर शुक्र कभी सूर्य से
7 में नहीं हो सकते | वर्षफल में हो तो कुछ असर मिल सकता है जो बुध के होने से
अमूमन नेक ओर शुक्र के होने से मंदा फल होगा |
नेक हालत में
टेवे वाला धर्मार्थ मकान
बनाए ओर कुंए लगाने का शौक़ीन होगा | राजा की भांति अफसर होगा | पुराने विचार, धर्म
की पालना करने वाला होगा | उसके अधिक भाई-बहन होने की शर्त नहीं है |
बाप की आखिरी उम्र तक पूरी
सेवा करेगा ओर सहायता करेगा | मगर अपने बेटे से उमींद न रखेगा | बाप से उसे चाहे
धन न मिले मगर बेटे को जमा धन दे जाएगा | जो उसे तबाह करने की गरज से मारेगा वह
स्वयं ही बर्बाद हो जाएगा | शराब नहीं पिएगा | गरीब की सहायता करने को हमेशा तैयार
होगा | दो धारी तलवार का स्वामी होगा ओर शरीर में साँप का गुस्सा होगा | कुछ भी हो
उसका रिजक (आमदन) कभी बंद न होगा | वह स्वयं अमीर बना होगा | माता पिता तथा स्वयं
की आयु लम्बी होगी | स्वयं की आयु 100 साल तक हो सकती है | राजदरबार लम्बा साथ
देगा | सफ़र से धन मिलेगा या पैदा करेगा | अपना शरीर व रूहानी प्रभाव उत्तम होगा |
तमाम अंग आखिरी दम तक शक्तिशाली होंगे | इमानदारी का धन फलता रहेगा ओर बरकत देगा |
संतान बेशक गिनती की हो मगर संतान का सुख ओर औरत का सुख आखीर तक होगा | वह अपनी
आँखों पर निश्चय करेगा ओर सुनी सुनाई बातो पर (सिर्फ कानो पर) ऐतबार न करेगा |
परोपकार ओर सेवा साधन संतोष, माया तथा तरक्की की बुनियाद होंगे |
1) चन्द्र
2 में ओर शनि 11 में हो ओर मित्र ग्रहों का साथ या उनकी मदद मिले तो माया धन को
पैदा करेगा मगर उनका गुलाम न होगा | शुक्र बुध आपसी दृष्टि में हो तो उत्तम फल,
भाग्यवान होगा | धन दौलत उत्तम |
2) अपने
लिए हर तरह से रिजक उत्तम, कभी मंदा न होगा |
3) जब
बुध 7 में हो तो नेक धर्मात्मा होगा | बदकारी, हरामकारी से कोसो दूर भागता होगा |
शुक्र का फल अमूमन शुभ होगा | दिमागी शक्ति होगी जिसमे सूर्य का उत्तम व नेक
प्रभाव होगा |
मंदी हालत में
1-5-11 में सूर्य होने के समय धर्म अवस्था के लिए शनि का ¼ हिस्सा प्रभाव शामिल होगा चाहे सूर्य कितना ही अच्छा क्यों
न हो | योगी राजा के हवन – यज्ञ कुंड (सूर्य) में कौवा (शनि) मंदी हड्डी लाकर ही डाल
देगा | आग का जोर चाहे कितना ही ऊँचा हो रहा हो | उपाय के तौर पर एक टुकड़ा मीठ का
कौवे को डालना सहायता देगा |
1) शुक्र
7 में हो तो पिता बचपन में गुजर जाए | स्त्री की सेहत मंदी, जलता हुआ जिस्म बल्कि
तपेदिक भी हो खासकर जब दिन के समय स्त्री भोग का आदि भी हो |
2) मंगल
5 में हो तो लड़के पर लड़के मरे |
3) जब
मित्र ग्रह मंदे हो रहे हो तो सब ही ग्रह धोखा दे | अपना बाजारी मूल्य शुन्य,
अँधेरे में जीवन का मालिक | ख़ुदकुशी तक की नौबत | जलती हुए आग का गर्मी से भरी हुई
तक का मंदा भाग्य होगा |
4) शनि
8 में हो तो स्त्री पर स्त्री मरे |
5) सूर्य
सोया हो यानि 7 खाली हो तो छोटी उम्र की शादी 24 साल से पहले शुभ होगी नहीं तो
अपने आप जागा सूर्य (राजदरबार की नौकरी या स्वयं कमाई शुरू करने की हालत में) 24
वे साल मंदा फल देगा | (सूर्य की उम्र 22, 23 याने 2 साल तो 22 में 2 जोड़ा तो 24 साल
ओर अपने आप जागने पर ग्रह का मंदा मंदा फल मिलता है आखिरी साल, तो 24 वे वर्ष में )
उपाय : जद्दी मकान में कुदरती जमीन
के अन्दर का पानी हैण्ड पंप कायम होने के 10 साल बाद भाग्य उदय होगा |S Kuber RA
Vedic & Lal Kitab Astrologer
Lal Kitab Vastu Consultant
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