लाल किताब
शनि खाना नंबर 10
लेख का खाली कोरा कागज़
परछाई दिल की आँखों पे इज्जत करेगा |
कदम पर कदम आगे बढ़ता चलेगा |
मालिक नजर ग्रह मंडल होता, दौलत शहाना पाता हो |
नेक असर खुद अपना देगा, दूजे गुरु आ मिलता हो |
नेक हालत में
1) खाना नंबर 10 का शनि अगर खाना नंबर 1 के ग्रह का सहायक हो तो 2 गुना उत्तम वरना नंबर 10 का शनि नंबर 1 के ग्रह का 2 गुना शत्रु होगा |
2) पिता का साथ कम से कम 48 वर्ष तक होगा | शनि तीसरे साल से शुरू हो कर हर सातवे साल हर तरह से मान, धन, बरकत देगा और खुद शनि और गुरु का उम्दा प्रभाव होगा | 3-9-15-21-33-39-45-51-57-63-69-75-81-87-93-99-105-111-117 |
3) शनि अगर अकेला हो तो उम्र का हर तीसरा साल उत्तम होगा | शनि न सिर्फ चारो तरफ देखने वाली आँख का स्वामी या सहायता करने वाला भाग्य का कोरा कागज़ (शुभ अर्थो में) बल्कि तमाम ग्रहों की दृष्टि का स्वामी और उनके लिए पिता समान होगा |
4) वृक्ष, जंगल, पहाड़ तरह तरह की जायदाद का स्वामी, ध्वजाधारी की तरह शाही धन होगा | आसमान तक ऊँचा धन पाकर आखिरी समय ऐसा गिरेगा कि उसको ढूंढ़ना कठिन होगा विशेषकर जब वो धर्मात्मा हो | लेकिन अगर शनि के स्वाभाव वाला हो (साँप की तरह चौकन्ना, चालाक, होशियार) और दूसरों पर कठोर हो तो शनि खुद शेषनाग वाले सिंहासन की तरह सहायक होगा | एक भारी बड़े पहाड़ की तरह एक जगह पर स्थिर हो कर काम करने वाला हो यानि कोई ऐसा काम करता हो जिस में टिक कर बैठा रहना पड़ता हो तो फायदेमंद होगा | लेकिन अगर घूमने-फिरने का काम करता हो तो मुर्दा साँप की तरह हर एक पाँव के नीचे आता होगा यानि मंदा फल होगा | केतु बुरा हो तो बेशक मगर राहु और शनि बुरा फल न देंगे |
5) पिता की उम्र लम्बी होगी | टेवे वाले की कम से कम 39 या 48 साल आयु तक पिता का साथ होगा और टेवे वाले की अपनी उम्र 90 साल के करीब होगी | राजदरबार, ससुराल, मंदिर, समाज आदि हर जगह पर टेवे वाले का मान-सम्मान होगा | वो उम्दा फ़क़ीर की झोली की किस्मत (जिसका भेद न खुले) का स्वामी होगा जिसका फैसला खाना नंबर 11 से होगा |
6) जिस कदर दुसरो का मान करे उस कदर ही अपना मान भी बढ़ता जाए |
7) शून्य, बुध का गोल दायरा और गुरु का सीधा डंडा 1, मिलाकर देखा तो नंबर 10 यानि दोनों मिले हुए | बुध, गुरु के खाली आकाश का ब्रह्माण्ड होगा जिसमे शनि (त्रिशूल) की निशानी होगी | पिता को मान दिलवाएगा | जादू की विद्या का स्वामी और आँखों से सुन लेने की शक्ति वाला होगा |
8) जब तक शराब न पिए, शनि की बरकत बढ़ती होगी | उसका भेद किसी को प्रकट न होगा | अगर 48 साल उम्र तक मकान न बना पाए तो शनि मकान की कीमत के बराबर धन देता जाएगा | लेकिन मकान बन जाने पर शनि अपना बिस्तर समेट कर चला जाएगा | यानि मकान बन जाने के बाद शनि मकान बनाने के लिए फालतू धन जमा न होने देगा | इसका अर्थ यह नहीं है की मंदा फल देना शुरू कर देगा |
9) चंद्र नंबर 1 और गुरु नंबर 4 में हो तो हर तरह से ऐश व सवारी का आराम देगा |
10) बुध जब वर्षफल में नंबर 7 में आए तो ससुराल खानदान अमीर होंगे और धन देंगे |
11) नंबर 2 खाली हो तो चाहे शनि सोये हुए साँप की तरह होगा मगर फिर भी अच्छा फल देगा |
12) शनि जागता हो तो नेक और उत्तम फल होगा |
मंदी हालत में
1) दाढ़ी या मूंछ के बाल कम या बिलकुल साफ़ हो तो कम होंसला, उसकी पैदा की हुए जायदाद न होगी | नंबर 10 में शनि यूँ तो मंदा होता ही नहीं है लेकिन अगर मंदा हुआ तो खूनी अजदहा (अजगर, ड्रैगन) होगा |
2) शत्रु ग्रह सूर्य, चंद्र, मंगल या कोई ओर मंदा ग्रह साथ-साथी हो तो सभी ग्रह अंधे बल्कि शनि खुद भी अँधा होगा
3) नंबर 4 मंदा या नंबर 4 में शत्रु हो तो हथियारों से हत्या करने से 27 साल धन दौलत का मंदा समय होगा | जब शनि मंदा हो तो गुरु की मदद सहायक होगी |
S Kuber RA
Jyotish Acharaya
Vedic & Lal Kitab Astrologer
Lal Kitab Vastu Consultant
No comments:
Post a Comment