लाल किताब
बुध खाना नंबर 11
धनी जन्म से | उल्लू का पट्ठा | कोढ़ी | 34 साल आयु के बाद हीरा मददगार होगा |
सोना भाव बढ़ता, लगे जब कसौटी |
समय नाश अपने, अक्ल पहले सोती |
जन्म से लेकर 34 वर्ष तक बुध ऐसा मंदा कि पानी में डूबे मुर्दे की तरह भाग्य का हाल होगा | चंद्र, शनि, गुरु का फल भी मंदा करता होगा | मगर बाद में ऐसे मुर्दे के पेट से पानी निकलने वाले उल्टे घड़े की तरह सब और से दुबे हुए को जीवित और प्रसन्न कर देगा | चाहे मंदा ही क्यों न हो |
नेक हालत में
1) शनि अब बुध के चक्र में होगा |
2) बुध का अच्छा या बुरा असर गुरु की हालत पर निर्भर करेगा |
3) 34 साल आयु के बाद आराम मिलेगा और बुध तारने वाला हीरा होगा | धन की सब कमी दूर होगी |
4) दिन का समय कम ही ख़ुशी का होगा | गुरु और शनि (ज़माने की हवा और संसार की विष) दोनों को अपने दायरे की चक्र में घुमाता होगा | मगर 34 साल आयु के बाद रात शाहाना (राजसी) हाल, सदा आराम और प्रसन्नता होगी |
5) खाना नंबर 2 खाली हो तो स्वयं शर्मसार और हुनरवान होगा |
6) खाना नंबर 7 में गुरु या चंद्र हो, खाना नंबर 2 खाली हो या खाना नंबर 3 मंदा हो तो जिस साल बुध नंबर 1 में आएगा, सीप में हीरे-मोती पैदा होंगे |
11-23-36-48-57-72-84-94-105-119 साल में |
मंदी हालत में
1) अब बुध उल्लू का पट्ठा होगा | गले में ताम्बे का पैसा सहायक होगा जो इस ग्रह को बेफ़कूफी के कामो में धन हानि करवाने से बाज रखेगा |
2) खाना नंबर 9 में बैठा बुध जब नंबर 11 में आए और टेवे वाला किसी फ़क़ीर वगैरा से ताबीज ले ले तो बुध पूरा जड़ से उखाड़ देगा यानि अति मंदा होगा |
3) बुध मंदा हो तो शनि और गुरु का भी नेक फल न होगा |
4) बुध का असर टेवे वाले पर साये की तरह 34 साल तक साथ होगा मगर उसकी लड़की पर आधी उम्र तक यानि 17 साल तक ही होगा |
S Kuber RA
Jyotish Acharaya
Vedic & Lal Kitab Astrologer
Lal Kitab Vastu Consultant
No comments:
Post a Comment