लाल किताब
शनि खाना नंबर 12
कलम विधाता, आराम
मदद साँप जहरी जो तेरी करेगा |
तो ज़माने में शत्रु बाकी कैसे रहेगा |
नेक हालत में
1) शत्रुओं के सम्बन्ध में हाथ में त्रिशूल लिए वीर की तरह अच्छा और उत्तम जीवन गुजरेगा और सामान खुराक की कभी कमी न होगी | अगर सिर के चोटी की जगह के बाल उड़ जाए तो धनवान और सुखी होगा |
2) अब राहु-केतु का टेवे में बुरा फल न होगा और बुध भी अपनी शरारतो से बाज आ चुका होगा |
3) अमूमन हर 6-12 साल में मकान बनेगा | मकान बनने को न रोके, जब भी बने बनने दे | मकान बहुत बनेगे |
4) जहर और तमाम साँप हमेशा इंसान को मारने का बहाना नहीं होते | शनि अब रात के समय सिरहाने बैठ कर रक्षा करने वाला अजदहा (अजगर, ड्रैगन) होगा जो जले हुए को आबाद करने वाली आँख का मालिक होगा | शनि का नेक असर इतना प्रबल होगा कि यदि साँप भी हाथो में आ जाए तो लड़ने के बजाए खेलता होगा | शनि स्वयं शेषनाग का साया करने वाला होगा | व्यापार, कबीला दोनों लाख पैमाने पर उत्तम दर्जे के होंगे | चाहे शनि अब करोडो रुपया देवे मगर वो छुपी हुई फ़रेबबाजी का आदी होगा | वह माया पर पेशाब की धार मारता होगा |
5) नंबर 2 में शनि के शत्रु न हो तो रात का पूरा आराम और सुख के लिए कलम विधाता की ताकत का स्वामी होगा |
6) राहु 3-6 और केतु 9-12 में हो और घर में पिछली अँधेरी कोठरी कायम हो तो उत्तम मच्छ रेखा का फल यानि धन-दौलत, परिवार देगा | ऐसे समय अमूमन मंगल भी नंबर 6 से 12 में होगा और उत्तम फल होगा |
7) राहु भी नंबर 12 में हो तो अब शनि तारने वाला इच्छाधारी साँप और राहु साँप की मणि होगा |
मंदी हालत में
1) अगर झूठ बोलने वाला, लोंड़ियाबाज, शरारती हो तो मंदा असर होगा | जुबान का चस्का बर्बादी का कारण होगा |
2) औरत की बीमारी के बाद मंदी सेहत और शनि का मंदा का प्रभाव शुरू होगा |
3) सूर्य नंबर 6 से शनि को देखे तो स्त्री पर स्त्री मरे खासकर जब मकान की पिछली दिवार फोड़कर मकान को रोशन कर लिया जाए | आँख में दर्द निशानी होगा | जमीन में लाल फूल दबाना सहायक होगा | उस कोठरी के दक्षिण-पूर्व की तरफ बादाम दबाना या रखना सहायक होगा |
4) चंद्र-राहु नंबर 12 में हो तो चंद्र अब चुप होगा |
5) सूर्य का सम्बन्ध हो तो गुस्से की तबियत और राजदरबार सम्बन्ध में सूर्य-शनि का झगड़ा यानि साँप और बन्दर की लड़ाई का नजारा पैदा करेंगे |
S Kuber RA
Jyotish Acharaya
Vedic & Lal Kitab Astrologer
Lal Kitab Vastu Consultant
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