लाल किताब
बुध खाना नंबर 3
थूकने वाला कोढ़ी, मंदा
चरण घर में रखते, लगी कुछ न देरी |
चले सब गए, आयु बाकी है तेरी |
नेक हालत में
1) अपने भाई-बंधू और बिरादरी वाले उसको सहायता देने वाले और नेक प्रभाव के होंगे |
2) दुसरो के लिए कोढ़ी (बहुत मंदा) मगर अपनी सहायता के लिए शेर के तेज दाँतो का मालिक | अपनी धन दौलत के लिए मंदा न होगा |
3) आयु 80 वर्ष से कम न होगी |
4) मंगल नंबर 1 में हो तो बुध हर दम उत्तम प्रभाव देगा | दौलत, कबीला बढ़ता होगा | बुध की चीजों का उत्तम फल होगा | अगर कोई मंदा असर हो भी तो केतु बर्बाद होगा | अपनी और भाई की सहायता के लिए गुरु नंबर 9 - 11 और शुक्र की सम्बंधित चीजों के कारोबार सहायक होंगे |
गुरु नंबर 9 के काम : धर्म स्थान के काम, पूजा का सामान, गैस की काम जैसे ऑक्सीजन | घर में आयु में सबसे बड़ा व्यक्ति |
गुरु के नंबर 11 के काम: रोल्डगोल्ड (brass coated with thin layer of gold, around 9 carat purity), गिल्ट (सोने के पानी चढ़ी धातु ) से सम्बंधित काम
5) सूर्य नंबर 11 में हो तो (हो नहीं सकता) केतु (औलाद, मामा) का उत्तम फल होगा | दमा की बीमारी का डॉक्टर होगा | चाहे सूर्य और बुध में चमक या शान नो हो पर आयु जरूर लम्बी होगी |
6) जब बुध सोया हो यानि 9/11 खाली हो तो बुध का हर और से उत्तम फल होगा |
मंदी हालत में
1) अगर जुबान में थथलापन हो तो बुध का असर बेशक ऐसा मंदा न होगा | वरना नंबर 3 का बुध कोढ़ी जो किसी की भी जड़ काटने के लिए शेर के तेज दाँतो या तलवार से अधिक बुरा करने की शक्ति का मालिक होगा और अपने ही कबीले पर भारी (खून के रिश्तेदार जैसे चाचे, ताये, बाबा वगैरा) और मंदा होगा | अगर मंगल नेक हो तो बुध के जहर से बचाव होता रहे वरना मंदी किस्मत के चक्र में फंसा हुआ जगह जगह का उजड़ा हुआ मुसाफिर होगा | खाना नंबर 3 असल में बुध की अपनी राशि होती है और दुनियावी हालत में इसे एक भारी जंगल माना है | बुध खुद खाली-खलाव आकाश का चक्र या फर्जी दिमागी ढांचा होगा | संक्षेप में कहे तो संसार के जंगल में मंदी आंधी चल जाने के समय वृक्ष जड़ो से कट कर इस कदर ऊँचे उड़ेंगे कि सारा आकाश (बुध) जुबान से थथलाता होगा | कोई इधर कटा कोई उधर कटा कोई ऊँचा उड़ा और कोई वृक्ष किसी प्राणी से टकरा कर उसका नाश कर रहा होगा | थोड़े शब्दों में कहे तो बुध नंबर 3 की मंदी हालत जिस कदर थोड़े नुक्सान पर ख़त्म हो जाए भला ही होगा क्योंकि यह जालिम लौंडी (बुध) अपने खानदान के भाई-बंधू (खाना नंबर 3 के रिश्तेदार) सब के सब गर्क करवा कर अपने दांतों की चमक और जुबान के राग और छोटी आयु के भोलेपन की दिलदादा होगी |
2) अँधेरे जंगल में मुसाफिर (केतु) लुटते की तरह भाग्य के मैदान में खराबियां होगी | फजूल फर्जी चक्र के दायरा में आकर प्राणी ख़राब होता होगा और कष्ट में होगा | आग का चक्र (मंगल बद) जलता हो | मंदे 32 दांतो वाला कई घरों को बर्बाद करेगा |
3) खाना नंबर 11 में बैठे हुए ग्रह से सम्बंधित रिश्तेदार, चीजे, कारोबार उजड़े हुए, उजाड़ देने वाले होंगे | खाना नंबर 9 में बैठे हुए ग्रह से सम्बंधित रिश्तेदार मुर्दा या मुर्दे की तरह मंदी हालत पैदा करने वाले होंगे | खाना नंबर 3-4-5 में बैठे हुए ग्रह के सम्बंधित रिश्तेदार गर्क होते या गर्क करते होंगे | मुँह में दाँत (अमूमन 32) कायम होने तक बुध का मंदा असर खाना नंबर 3-4-5-9-11 पर होता रहेगा | 34 साल आयु तक जोर पर होगा | 42 तक शरारत, 45 मध्यम नरम हालत में मंदा होगा और 48 पुरे होने पर बुध बदजात के बुरे प्रभावव से छुटकारा मिलेगा | हर हालत में बुध का खुद अपना प्रभाव टेवे वाले पर भला ही होगा |
4) मंदी हालत में बुध का मंदा प्रभाव केतु पर होगा जैसे केतु की चीजे, काम सम्बन्धी, संतान, मामा वगैरा इसलिए केतु कायम करना शुभ होगा जैसा कुत्ता पालना या सांसारिक तीन कुत्तो की सेवा वगैरा | अमूमन बुध की आयु 34, 17, 8 1/2, 4 1/2 आयु तक खाना नंबर 9 से सम्बंधित चीजे जैसे पूजा-पाठ, पुरखो की शान, धर्म-ईमान की खानदानी नींव वगैरा और खाना नंबर 9 में बैठे ग्रह और खाना नंबर 9 से सम्बंधित रिश्तेदार या कारोबार मौतों के शिकार या मातम का बहाना होंगे | खाना नंबर 11 से सम्बंधित चीजे जैसे अपनी जाति कमाई, अपने पहले बॉस की मेहरबानी, धन की आमदन के दूसरे रास्ते, खनन नंबर 11 के रिश्तेदार नंबर 9 की ही तरह मौतों के शिकार या मौतों का बहाना तो न होंगे मगर उजड़ जरूर जाएँगे जैसे फलदार हराभरा जंगल उजड़ जाता है | खाना नंबर 4 की चीजे जैसे जायदाद, आय का फव्वारा, शक्ति की छुपी मदद, ऊपरी आमदन, नंबर 4 के रिश्तेदार गर्क होंगे | यानि अपनी वर्षों से चली आई जगह छोड़ कर किसी ऐसी जगह चले जाएंगे जहाँ उनके बड़ो ने जन्म नहीं लिया | अर्थ यह है कि मौते भी न होंगी और उजाड़ भी न होने | मगर जगह की तबदीली जरूर होगी | इसी तरह ही नंबर 3 और 5 का जवाब होगा | बुध से सम्बंधित चीजो (हरी मूंग दाल) का प्रयोग अमूमन बीमारी का बहाना होगा |
5) दक्षिण का दरवाजा बुध नंबर 8 का मंदा फल देगा और सब खासकर स्त्री धन ससुराल की तबाही देगा | हर रोज दाँत फिटकरी से साफ़ करना सहायक होगा और मौतों से बचाव होगा | रात को हरी मूंग साबुत भिगो कर अगले दिन प्रातः जानवरों / पक्षियों को 40-43 दिन डाले तो व्यापार में सहायता होगी | पलाश (ढाक) के पत्ते दूध से धोकर बाहर वीराने में दिन के समय एक गड्ढे में डालकर उसके ऊपर पत्थर (शनि) रख कर मिटटी डाल दे | जिस चीज से गड्ढा खोदे और जिस बर्तन में दूध ले कर जाए उसे घर वापिस कभी नहीं लाए | पत्थर का रंग जन्म कुंडली की खाना नंबर 9 - 11 के उल्ट न हो | जैसे यहाँ शनि हो तो काला पत्थर ले न कि सफ़ेद | घर में अगर कोई पत्थर लगा हो तो उसे दूध से धोना सहायक होगा | पिले रंग की कोढ़ियाँ जलाकर उनकी राख दरिया में डालना नेक होगा |
6) अगर शुक्र कायम हो तो कलम (बुध) का फल मंदा न होगा और चंद्र का प्रभाव भी उत्तम होगा चाहे चंद्र बर्बाद हो रहा हो |
7) शुक्र नंबर 4 में हो तो संतान देर से होगी |
8) पापी 6, 7 (बुध का घर और पक्का घर) में हो तो पिता की माया, मामा, खालू (फूफा) घर सब बर्बाद |
9) आठ चंद्र से शुक्र मंदा, शनि, राहु भी जलता हो
उपाय : हर रोज फिटकरी से दाँत साफ़ करना सहायक होगा | आए दिन क़यामत को दूर करने के लिए बकरी का दान करना होगा जिस तरह गाय दान की जाती है | पक्षियों की सेवा सहायक होगी |
S Kuber RA
Jyotish Acharaya
Vedic & Lal Kitab Astrologer
Lal Kitab Vastu Consultant
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