लाल किताब
राहु खाना नंबर 6
गिरे तुझसे जब खून भाई का कतरा |
नस्ल बंद तेरी का बढ़ता ही खतरा |
राहु 6 वे उच्च है, तो केतु उच्च है 12 का |
नेक असर दोनों का, होता वही जो शनि नंबर 12 का |
नेक हालत में
1) जाती आसाइश और पोशिश (आराम, सौन्दर्य अनुभूति, सजावट, आलिशान, कपडा) पर उम्दा और नेक खर्चा होगा |
2) राहु नंबर 6 में अकेला बैठा हुआ बिजली की ताकत का स्वामी और शहजोर (अत्यंत बली और ताकतवर) हाथी की तरह गले में फाँसी की रस्सी लगी हुई को भी काट देने वाला हवा की तरह सहायक होगा | | नामवर चोरो को सजा देने वाला सदा ऐसे प्राणी का स्वयं सहायक / रक्षक होगा |
3) राहु अब मंदी शरारत से सदा दूर रहेगा | दिमागी ताकत उत्तम देगा |
4) शनि नंबर 2 का दिया हुआ उत्तम असर साथ होगा | ऊँची ताकत वाले पहाड़ की उंचाई पर बैठे हुए शत्रु को तुरंत मार देगा |
5) सदा तरक्की की शर्त है, बार-बार तबदीली की शर्त न होगी |
6) तक्क्बर (घमंड) और ख़ुदपसन्दी का मालिक होगा |
7) पूरा काला कुत्ता सदा उच्च शगुन होगा | हो सके तो पाल ले और खुद उसकी सेवा करे | बहुत नेक फल होगा |
पाल न सके तो पूरे काले कुत्ते की सेवा करे या कुत्तो की सेवा करते रहना संतान, धन के लिए मुबारिक होगा |
8) सिक्के की गोली (राहु) या काला शीशा सहायक होगा | शीशा (बुध) खाना नंबर 6 का मालिक और काला राहु के लिए उसके मित्र शनि का रंग लिया | कार्यस्थान पर ही इस्तेमाल करे |
मंदी हालत में
1) अपनी ही फ़ौज को मारने वाला मंदा हाथी हर तरफ कीचड़ ही फैलाएगा |
2) नामी चोर सजा से क्या डरे |
3) टेवे वाले के हाथ से भाई के खून का गिरा कतरा उसकी नस्ल ही मार देगा |
4) आगे से उल्ट छींक मंदे असर की पहली निशानी होगी |
5) बुध या केतु मंदा हो तो बीमारी का घर, मगर उसका कारण मालूम न हो सके | धन दौलत लुटता और घटता जाए |
6) मंगल नंबर 12 में हो और टेवे वाला बड़े भाई या बहिन से लडे तो चूल्हे की आग बुझे यानि टेवे वाले का खाना व रोटी बर्बाद हो जाए |
7) बुध नंबर 12 और सूर्य नंबर 2 में हो तो धर्म ईमान नेकी और मान के लिए राहु स्वयं मंदा | ससुराल की किस्मत मानिंद (जैसे) कोसेकजाह (इंद्रधनुष की तरह रंग-बिरंगा यानि उतार-चढ़ाव वाला) मगर अमूमन मंदी ही होगी | धर्म स्थान में बैठे होने के बावजूद सूर्य की गर्मी से अब न सिर्फ खाना नंबर 6 (जहाँ उच्च राहु बैठा है) का प्रभाव मंदा होगा बल्कि नंबर 2 और नंबर 7 भी मंदा प्रभाव देंगे | खाना नंबर 7 इसलिए क्योंकि जब भी राहु-सूर्य मिलते है तो वो घर जहाँ राहु बैठा हो और उसके साथ वाला घर, आगे वाला घर, भी मंदा हो जाता है |
S Kuber RA
Jyotish Acharaya
Vedic & Lal Kitab Astrologer
Lal Kitab Vastu Consultant
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