लाल किताब
राहु खाना नंबर 12
शेखचिल्ली, सुथरा शाही (बादशाही मस्त-मोला), मनदरजे (निहित) ख्यालम व फलक (आसमान) दर्ज़ेख्याल
रहा भूखा दिनभर कमाई जो ढ़ोता |
खजाने भरे क्या न जब रात सोता |
मंगल टेवे हो जिसदम साथी, राजशाही सुख होता हो |
मंगल भी घर 12 होवे, राहु खत्म हो जाता है |
हाथी, महावत दोनों मिलते, सामान शाही हो जाता है |
नेक हालत में
1) जैसा बुध टेवे में हो, वैसा ही राहु का प्रभाव होगा |
2) राहु का नेक असर मकानों और दीवारों से सम्बंधित है |
3) शेखचिल्ली या सोचे कुछ मगर कुदरत को कुछ और ही मंजूर हो | खर्चे हाथी जैसे बड़े होते जाए मगर कबीले के नेक कामो में लगेंगे | अपनी ख़ुशी और इच्छा से किया हुआ होगा, जो कर्जा न होगा और बुध (बहन-बेटी) की पालना में लगता होगा |
4) रात का आराम उत्तम और ससुराल अमीर होंगे | अच्छे खाते-पीते होंगे | शत्रुओं से सदा बचाव रहेगा |
5) जब शनि उत्तम हो तो बादशाही सुथरा (मस्त-मोला) और संसारी ब्रह्मशानास (ज्ञानी) होगा | योगाभ्यास
दिन-ब-दिन उत्तम प्रभाव देंगे |
6) शुक्र नंबर 10-11 में हो तो लड़कियों की पैदाइश और कायम रहना, धन की आमदन जमा, दोनों अधिक होंगे | बुध-गुरु नींव होंगे यानि जैसा बुध वैसी लड़कियों की गिनती और हालत होगी | जैसा गुरु वैसी धन की आमदन, जमा आदि | बुध-गुरु के काम, चीजे रिश्तेदार धन देंगे | कभी तंगहाल न होगा |
मंदी हालत में
1) नेक काम शुरू करने के वक्त आगे से उल्ट छींक मंदे परिणाम की पहली निशानी होगी | फौजदारी, चोरी, बमबारी, गबन, झगडे आम होंगे और इनके सम्बन्ध में परेशानी और मंदे परिणाम होंगे |
2) कबीले के फजूलखर्चो के लिए नाहक भारी बोझ की घटनाएँ |
3) फर्जी, नींव रहित और पूरी न होने वाली उमींदो के खुश्क दरिया के स्वामी, टेवे वाले की जान, उसके मकान की छत राहु के भूचाल से हरदम कांपती और हिलती होगी |
4) आसमान पर उड़ता हुआ धुआँ, स्वयं मेहनती, दिन भर कमाई करता और हर तरह से बोझ ढोता रहेगा बल्कि रात की भी न सो सकेगा | मंदे राहु की कृपा से परिणाम वही काला कड़वा धुआँ होगा जो दम भी घोट दे और नाहक ख़ुदकुशी तक के हालात भी बना दे |
5) बेआरामी और फिजूलखर्ची के बादल आम होंगे |
6) अगर शनि मंदा हो तो आसमान चाहे सारा ही धुएँ से भर जाए मगर धन की बारिश कहाँ होगी | ऐसा मंदा कि जिस कदर जिदबाजी से और जिस अंग से संन्यास की कोशिश करे वह मंदा हो जाए | दिमाग से कोशिश करे तो पागल हो जाए मगर बाकी शरीर चाहे मोटा-ताजा हो | आँखों से बजिद (बनाने के लिए) हो कर कोशिश करे तो आँखे खत्म मगर बाकी शरीर रह जाएगा | आखिरी नतीजा वही होगा जो शनि की हालत हो चाहे शनि-बुध का अपना प्रभाव नेक हो मगर राहु का अपना असर मंदा और कड़वा धुआँ ही होगा |
7) नाहक तोहमत लेने वाला या बदनाम होगा |
8) शत्रु ग्रह, सूर्य, शुक्र साथ-साथी हो तो तबाही करने वाली हसद (ईर्ष्या) से भरपूर शरारतो से बर्बाद होगा |
उपाय : रात को आराम करने की जगह पर मंगल की चीजे (खाण्ड की बोरी या सौंफ की बोरी) कायम करने से राहु उत्तम फल देगा | रोटी पकाने की जगह ही पर रोटी खाना राहु के मंदे प्रभाव से बचाएगा |
S Kuber RA
Jyotish Acharaya
Vedic & Lal Kitab Astrologer
Lal Kitab Vastu Consultant
No comments:
Post a Comment