लाल किताब
सूर्य और चंद्र
बढ़ के वृक्ष का खालिस दूध, लीची (फल), घोडा तांगा
रवि मालिक जो उम्र बुढ़ापा, माया चंद्र खुद देता हो |
घर 1 से 6 चंद्र बढ़ता, बाद (7 से 12 ) जाहिर न होता हो |
साथ ग्रह कुल ही चाहे मंदा, बुध, गुरु पर उम्दा हो |
असर सूर्य से चंद्र बढ़ते, राजा कभी न मंदा हो |
मर्द बढ़ेंगे जिस घर बैठे, ख़्वाह ही औरत न उम्दा हो |
दोनों ग्रह 40 साल तक मुश्तरका होंगे | मिलावट में अगर चंद्र का असर 3 हिस्से तो सूर्य का 4 गुना होगा | मगर प्रबल और जाहिरा तो सूर्य का असर होगा | चंद्र सूर्य का भिकारी (काम करने के लिए) होगा |
दिन के वक्त सूर्य से सम्बंधित काम और रात के वक्त चंद्र से सम्बंधित काम नेक असर देंगे | कोई खास काम दाईं साँस के वक्त और रोजमर्रा के काम बाईं सांस मुबारिक होंगे |
नेक हालत में
बुढ़ापा खासकर उम्दा होगा | जायदाद जद्दी का उत्तम फल व गृहस्थी आराम शांति से होगा | सूर्य देखे चंद्र को तो खुश्क कुऍं खुद-ब-खुद पानी देने लग जाए मगर सूर्य नंबर 1 का न हो |
मुलाजमत - आला सरकार का धन, डाक्टरी
खाना नंबर 1
मिसल (समान) राजा जो दुसरो से खिराज (टैक्स) ले |
खाना नंबर 2
गुरु मंदिर फल उम्दा गिनते, राज तरक्की होती हो |
औरत बहाना झगडे होते, हार, हानि जो देती हो |
दोनों का उम्दा फल होगा | राज दरबार में तरक्की, इज्जत, मान जब तक मुकाबले पर स्त्रियाँ न हो यानि घर की औरतो से झगड़ा न हो | स्त्रियों का सम्मान करना उम्दा फल देगा |
खाना नंबर 3
अपने लिए उम्दा मगर दुसरो के ताल्लुक से मतलब परस्त होगा |
खाना नंबर 4
राजा, महाराजा, सीप में मोती, या मोती दान करने की हैसियत का मालिक, दुनिया का पूरा आराम, रथ गाडी व दीगर (अन्य) सवारी का सुख बशर्ते नंबर 10 खाली हो |
खाना नंबर 5
जिंदगी भर आराम रहे | किस्मत का नेक असर ऐसे प्राणी की औलाद पेट में आने के वक्त से ही शुरू हो जाएगा
खाना नंबर 6
असर दोनों का अपना अपना, साथ पापी न मिलता हो \
खाली पड़ा जो दूजे टेवे, माता-पिता दो मंदा हो |
अब उपाय मंगल होगा, ऊंच रवि को करता जो |
मंद रवि की जहर हटाता, उम्र बढ़ा कुल देता हो |
दोनों का अपना अपना असर होगा |
खाना नंबर 9
मातृ हिस्सा यानि माता की तरफ से और माता की मदद व ताल्लुक से निहायत मुबारिक होगा | तीर्थ यात्रा 20 साल और उत्तम फल |
खाना नंबर 12
गर्म पानी से जख्म न जलते, राज समाधि बढ़ता हो |
शत्रु मगर जब घर 2 बैठे, आग पानी से जलता हो |
दोनों का जुदा-जुदा मगर सूर्य का प्रभाव प्रबल होगा |
मंदी हालत में
औरतो से मुखालफत रहे तो हरदम दुखिया, दिन-रात मुसीबत पर मुसीबत देखे | बेशक लखपति हो फिर भी न दिन में चैन न रात में आराम | कामयबा जिंदगी या आम सुख व कामयाबी की कोई तसल्ली न होगी | फिजूल खर्च व सफर दरवेश रहे | (जब दोनों की जड़ो में यानि 4, 5 में दुश्मन या पापी ग्रह हो |
खाना नंबर 1
मौत अचानक होगी |
खाना नंबर 2 औरतो से अमूमन नफरत, झगड़ा, हार या हानि होगी |
खाना नंबर 4
मौत अचानक होगी | मौत दिन के समय और दरिया, नदी, नाला या जमीन के नीचे के पानी या चलते पानी से होगी | (जब शनि नंबर 10 में हो)
खाना नंबर 6
लम्बी आयु की कोई तसल्ली न होगी मगर यह मतलब नहीं कि उम्र छोटी ही होगी | (जब नंबर 2 में पाप यानि राहु / केतु हो |
दोनों मुश्तरका के साथ अगर राहु / केतु हो तो माता-पिता की मौत के साथ खुद भी मौत पाए बशर्ते नंबर 2 खाली हो |
खाना नंबर 11
असर ग्रह हर दो का मंदा, उम्र साला 9 वेदी हो |
खुराक शनि का गोश्त छोड़ा, आयु सदा लम्बी हो |
अमूमन उम्र सिर्फ 9 साल होगी | अगर गोश्त खाना छोड़ दे तो उम्र 100 साल लम्बी होगी |
खाना नंबर 12
जुदा-जुदा असर मगर सूर्य का प्रबल असर होगा |
बाकी घर जुदा-जुदा असर होगा |
S Kuber RA
Vedic & Lal Kitab Astrologer
Lal Kitab Vastu Consultant
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