Wednesday, 14 November 2018

लाल किताब सूर्य और चंद्र

लाल किताब 

सूर्य और चंद्र 


बढ़ के वृक्ष का खालिस दूध, लीची (फल), घोडा तांगा

रवि मालिक जो उम्र बुढ़ापा, माया चंद्र खुद देता हो |
घर 1 से 6 चंद्र बढ़ता, बाद (7 से 12 ) जाहिर न होता हो |
साथ ग्रह कुल ही चाहे मंदा, बुध, गुरु पर उम्दा हो |
असर सूर्य से चंद्र बढ़ते, राजा कभी न मंदा हो |
मर्द बढ़ेंगे जिस घर बैठे, ख़्वाह ही औरत न उम्दा हो |

दोनों ग्रह 40 साल तक मुश्तरका होंगे | मिलावट में अगर चंद्र का असर 3 हिस्से तो सूर्य का 4 गुना होगा | मगर प्रबल और जाहिरा तो सूर्य का असर होगा | चंद्र सूर्य का भिकारी (काम करने के लिए) होगा |

दिन के वक्त सूर्य से सम्बंधित काम और रात के वक्त चंद्र से सम्बंधित काम नेक असर देंगे | कोई खास काम दाईं साँस के वक्त और रोजमर्रा के काम बाईं सांस मुबारिक होंगे | 

नेक हालत में

बुढ़ापा खासकर उम्दा होगा | जायदाद जद्दी का उत्तम फल व गृहस्थी आराम शांति से होगा | सूर्य देखे चंद्र को तो खुश्क कुऍं खुद-ब-खुद पानी देने लग जाए मगर सूर्य नंबर 1 का न हो |

मुलाजमत - आला सरकार का धन, डाक्टरी

खाना नंबर 1

मिसल (समान) राजा जो दुसरो से खिराज (टैक्स) ले |

खाना नंबर 2

गुरु मंदिर फल उम्दा गिनते, राज तरक्की होती हो |
औरत बहाना झगडे होते, हार, हानि जो देती हो |

दोनों का उम्दा फल होगा | राज दरबार में तरक्की, इज्जत, मान जब तक मुकाबले पर स्त्रियाँ न हो यानि घर की औरतो से झगड़ा न हो | स्त्रियों का सम्मान करना उम्दा फल देगा |

खाना नंबर 3

अपने लिए उम्दा  मगर दुसरो के ताल्लुक से मतलब परस्त होगा |

खाना नंबर 4

राजा, महाराजा, सीप में मोती, या मोती दान करने की हैसियत का मालिक, दुनिया का पूरा आराम, रथ गाडी व दीगर (अन्य) सवारी का सुख बशर्ते नंबर 10 खाली हो |

खाना नंबर 5

जिंदगी भर आराम रहे | किस्मत का नेक असर ऐसे प्राणी की औलाद पेट में आने के वक्त से ही शुरू हो जाएगा

खाना नंबर 6

असर दोनों का अपना अपना, साथ पापी न मिलता हो \
खाली पड़ा जो दूजे टेवे, माता-पिता दो मंदा हो |
अब उपाय मंगल होगा, ऊंच रवि को करता जो |
मंद रवि की जहर हटाता, उम्र बढ़ा कुल देता हो |

दोनों का अपना अपना असर होगा |

खाना नंबर 9

मातृ हिस्सा यानि माता की तरफ से और माता की मदद व ताल्लुक से निहायत मुबारिक होगा | तीर्थ यात्रा 20 साल और उत्तम फल |

खाना नंबर 12

गर्म पानी से जख्म न जलते, राज समाधि बढ़ता हो |
शत्रु मगर जब घर 2 बैठे, आग पानी से जलता हो |

दोनों का जुदा-जुदा मगर सूर्य का प्रभाव प्रबल होगा |

मंदी हालत में

औरतो से मुखालफत रहे तो हरदम दुखिया, दिन-रात मुसीबत पर मुसीबत देखे | बेशक लखपति हो फिर भी न दिन में चैन न रात में आराम | कामयबा जिंदगी या आम सुख व कामयाबी की कोई तसल्ली न होगी | फिजूल खर्च व सफर दरवेश रहे | (जब दोनों की जड़ो में यानि 4, 5 में दुश्मन या पापी ग्रह हो |

खाना नंबर 1

मौत अचानक होगी |

खाना नंबर 2 औरतो से अमूमन नफरत, झगड़ा, हार या हानि होगी |

खाना नंबर 4

मौत अचानक होगी | मौत दिन के समय और दरिया, नदी, नाला या जमीन के नीचे के पानी या चलते पानी से होगी | (जब शनि नंबर 10 में हो)

खाना नंबर 6

लम्बी आयु की कोई तसल्ली न होगी मगर यह मतलब नहीं कि उम्र छोटी ही होगी | (जब नंबर 2 में पाप यानि राहु / केतु हो |

दोनों मुश्तरका के साथ अगर राहु / केतु हो तो माता-पिता की मौत के साथ खुद भी मौत पाए बशर्ते नंबर 2 खाली हो | 

खाना नंबर 11

असर ग्रह हर दो का मंदा, उम्र साला 9 वेदी हो |
खुराक शनि का गोश्त छोड़ा, आयु सदा लम्बी हो |

अमूमन उम्र सिर्फ 9 साल होगी | अगर गोश्त खाना छोड़ दे तो उम्र 100 साल लम्बी होगी |

खाना नंबर 12

जुदा-जुदा असर मगर सूर्य का प्रबल असर होगा |

बाकी घर जुदा-जुदा असर होगा | 

S Kuber RA
Vedic & Lal Kitab Astrologer
Lal Kitab Vastu Consultant

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