लाल किताब
केतु खाना नंबर 3
टूँ टूँ करते रहने वाला कुत्ता, मगर नेक दरवेश
बुझे प्यास न खून भाई का करते |
गले बाजू बांधेंगे तलवार कटते |
केतु घर जब तीजे आवे, भाइयों से वो तंग करावे |
औरत घर ससुराल हो मंदे, सालियाँ बेवा पड़ेंगी पल्ले |
नेक हालत में
1) चाहे अपने भाई, ससुराल का हाल रंग-बिरंगा (नेक व बद सोनो प्रकार का) मगर संतान अवश्य नेक होगी |
2) दूसरे साथी और मालिक की नेकी को परखने वाला यानि याद रखने वाला भला होगा | बदी को भुला देने वाला होगा | खुद-ब-खुद बिन बुलाए मदद के लिए हर समय हाजिर हो जाने वाला होगा |
3) मंगल नंबर 12 में हो तो 24 साल आयु से पहले लड़के के जन्म से मच्छ रेखा (माली हालत) का नेक असर होगा | तथा लम्बा सहायक आयु रेखा हर दो का नेक फल होगा खासकर जब उस समय कोई न कोई सफ़ेद बाल वाला बूढ़ा बुजुर्ग (गुरु) साथ या मदद पर हो |
मंदी हालत में
1) अपना दिमाग लगाए बिना ही दूसरों की हाँ में हाँ मिलकर दुखी होगा |
2) बिना कारण टूँ टूँ करते रहने वाले कुत्ते के स्वाभाव वाला मगर अंदर से नेक दरवेश होगा | अमूमन भाइयों से तंग या दुखिया होगा | प्रदेश के जीवन में मारा फिरे | केतु अब आयु और धन को हीले (छल, धोखा) बहाने बनाकर बर्बाद करता जाएगा और हर समय मंदा ग्रहण देगा | बुध, शुक्र और खेती का फल कोई ऐसा उत्तम न होगा | अपने भाई, बंधू ससुराल दुखिया होंगे | जंगल में भी सुख न मिले |
3) दीवानी मुकदमो में लम्बी-लम्बी चाले करके धन बर्बाद करेगा | स्त्री और साथियों से बिना कारण जुदाई का बहाना बन जाएगा |
4) ससुराल के कुत्ते के साथ से छोटा भाई दुखिया होगा | यानि जब टेवे वाला ससुर के घर में रहने लगे |
5) साथ का पड़ोस का मकान गिरा हुआ या कुत्तो के टट्टी करने की जगह की तरह बर्बाद होगा | ऐसे टेवे वाले के मकान में 3 लड़के, एक पोता या तीन पोते और एक लड़का अमूमन तौर पर रहते होंगे या उसके मकान में 3 खिड़कियाँ और 3 दरवाजे होंगे | और वो मंदे होने का सबूत देंगे |
6) दक्षिण के दरवाजे के साथ से संतान के विघ्न होंगे |
7) भाई के खून से प्यास बुझाना अपना ही बाजू काटना होगा |
8) संतान नालायक, निकम्मी होगी |
9) जब चंद्र / मंगल या दोनों नंबर 8 में हो, और दक्षिण के दरवाजे का साथ हो तो दक्षिण के दरवाजे के मकान में लगातार रहने से तीसरे साल से संतान (लड़के और लड़कियां हर दो) का मंदा हाल बल्कि उनकी मौते होनी भी शुरू हो जाएगी | और चंद्र या मंगल जो भी नंबर 8 में हो की मियाद तक मंदा प्रभाव चलेगा |
10) चंद्र या मंगल 3-4 में हो तो मुफ़लिस, गरीब होगा |
उपाय
1) फेफड़े या मंदी सेहत के समय गुरु की चीजे चलते पानी में बहाना या केसर का तिलक लगाना अच्छा होगा | माली हालत को ठीक करने के लिए और कान, रीढ़ की हड्डी, पाँव, घुटने, कमर आदि केतु से सम्बंधित चीजों में दर्द से राहत के लिए शरीर पर सोना उत्तम होगा | कान में सोना डालना उत्तम होगा |
2) मंदे सफर से बचने के लिए चलते पानी में सूर्य-चंद्र की मुश्तरका चीजे बहाना उत्तम होगा |
S Kuber RA
Jyotish Acharaya
Vedic & Lal Kitab Astrologer
Lal Kitab Vastu Consultant
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