Thursday, 31 January 2019

लाल किताब चंद्र और अन्य दो ग्रह


लाल किताब 

चंद्र और अन्य दो ग्रह 
   

चंद्र + शुक्र + बुध 

सूर्य और शुक्र का फल मंदा होगा |  मगर सूर्य की सेहत या रिजक रेखा कायम और उत्तम फल देगी | उम्र 85 साल से ज्यादा न होगी | खुद अपनी बल्कि खानदानी उम्र ही लम्बी होगी | (जब तीनो नंबर 4 में हो)


उम्र अमूमन सिर्फ दो साल मानते है | (जब नंबर 5 में हो)

शादी और औलाद में गड़बड़ियाँ (खराबियाँ) आम हो | (जब नंबर 7 में हो)

यानि शादी बहुत लम्बी (तक़रीबन 34 साला) उम्र के बाद होगी | और शादी का फल औलाद वगैरा भी ( अगर शादी जल्दी और छोटी उम्र में हो जाए) निकम्मा और बहुत देर के बाद कायम होगी | चंद्र और मंगल दोनों ही नुक्सान के बानी (प्रवर्तक) होंगे | खेती की जमीन ख़राब फल देगी | माता खुद दुखिया हो या दुखिया करेगी और औरत 34 साला उम्र और मर्द 48 साला उम्र तक, औलाद खुद ब खुद अपना दीगर गृहस्थी सुख न भोगेगा | सरकारी मुलाजमत और व्यापार भी मंदे ही साबित होंगे | चंद्र के लिए आराध्य देव पूजन, मंगल के लिए गायत्री पाठ, राहु का उपाय कन्यादान और केतु का साधन केला या गाय का दान मददगार होगा | या वह जब लड़की की शादी करेगा या अपने बुध के कारोबार के लिए दुर्गा पाठ करेगा तो मुबारिक फल होगा | तोते की सेवा करे और स्याह रंग मछलियों का 40 हफ्ते, हर हफ्ते में एक दफा (शुक्र की रात और शनि की सुबह के दरम्यानी वक्त) अपनी खुराक का हिस्सा दिया करे तो मदद होगी |


चंद्र + शुक्र + शनि 

टेवे वाले के अपने लिए जाती असर मनहूस ही होगा | मददे मर्दा मददे खुदा | धन-दौलत उम्दा | उसका धन-दौलत औलाद के हाथ लगे | मौत अमूमन परदेश में होगी | वरना धन-दौलत मिटटी के पहाड़ की तरह जाहिरदारी में उम्दा मगर अंदर से खाली ढोल जो ससुराल खानदान के बजाने के काम आए  यानि ससुराल का नाहक बदनामी का बहाना हो जाए |


चंद्र + मंगल + बुध 

तीनो खाना नंबर 1,4,5 में सेहत और दौलत दोनों उम्दा | मगर शनि का ताल्लुक या 10, 11 में सेहत और दौलत दोनों की मंदी हालत होगी | मृगशाला (हिरण की खाल) मददगार उपाय होगा |


चंद्र + मंगल + शनि 

तीनो रंगो में रंग-बिरंगा साँप भी हो तो भी चितकबरा, बीमारी का घर सिवाय नंबर 11 | तीनो का फल प्रायः मंदा और दिखावे का धन-दौलत जो आखिर पर भी ताए-चाचे और भाईओं के काम आए | बुढ़ापे में नजर का धोखा हो | और फुलबहरी (बुरस) कोढ़ का साथ होगा (जिल्द स्याह-सफ़ेद) | ऐसा आदमी गुस्से वाला होगा | दवाई या सरकार के ताल्लुक से फायदा उठाए |

खाना नंबर 3,4,8 में हो तो हर तरह से धन-दौलत बर्बाद और मौत खड़ी रहने की तरह मंदा वक्त होगा |

नंबर 11 में हो तो राजदरबार का उत्तम और मुबारिक फल होगा |


चंद्र + मंगल + राहु 

जब उल्टे ढंग की पैदाइश हो (जन्म के समय पैर पहले निकले हो) तो माता-पिता पर उसकी उम्र तक भारी हो या पिता की मौत के बाद का जन्म हो |


उपाय : पानी डालने के बजाए दूध डाल कर मीठा हलवा बना कर खुद खाना, खिलाना सबसे उत्तम और मददगार उपाय होगा |


चंद्र + मंगल + केतु 

अब चंद्र और बुध दोनों का मंदा फल होगा | साथ ही केतु (औलाद नरिना) भी चिल्लाता होगा | या ऐसा शख्स 45 साल उम्र तक औलाद से दुखिया या महरूम ही होगा खासकर जब खाना नंबर 7 या शुक्र भी मंदा हो |



चंद्र + बुध + शनि 

सिवाय नंबर 4 के तीनो इकट्ठे खूनी होगा मगर दौलतमंद और बहौसला मर्द होगा |

मामू घर बर्बाद ही होगा मगर मामू की मौत की बवजह गरीबी मौत न होगी | (तीनो नंबर 4 में)

ग़शी गोता की बीमारी (दिल की) के वक्त आम के दरख्त (बुध+शनि) में दूध (चंद्र) डालना शफा देगा | (चंद्र-बुध मुश्तर्का दिल की बीमारियाँ)   
 

चंद्र + बुध + राहु 

पिता पानी में डूब मरे मगर चंद्र पर बुरा असर न होगा



चंद्र + शनि + राहु 

33 ता 36 बल्कि 39 साल उम्र में शनि मंदे वाक्यात देगा | लक्ष्मी और स्त्रियों (औरत, माता) का सुख हल्का होगा | खासकर नंबर 12 जहाँ चंद्र चुप ही होगा | ऐसा प्राणी बिनाहकारी  की लहर में डूबता हुआ हाथी, रात की चाँदनी में माता की आँखों के सामने बच्चे बनाने की बेहयाई में अँधा ही होगा | लेकिन कुदरत का अजीब तमाशा ही होगा कि उसका बनाया हुआ बच्चा शायद ही कभी घर में खेलता होगा |   

S Kuber RA
Jyotish Acharaya 
Vedic & Lal Kitab Astrologer 

Lal Kitab Vastu Consultant 

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