लाल किताब
शुक्र और अन्य दो ग्रह
शुक्र + मंगल + बुध
शादी, औलाद बल्कि खुद अपनी उम्र के ताल्लुक में भी तीनो ही ग्रहो के सब असर मंदे खासकर जब खाना नंबर 3 में हो |
शुक्र + मंगल + शनि
गृहस्थ, औलाद और उम्र तीनो दुनियावी सुख सब उम्दा, मुआवन (सहायक) उम्र रेखा का उत्तम फल होगा |
ऐसी ग्रह चाल से सिर्फ उम्र लम्बी होने में ही मदद नहीं मिलती बल्कि इंसान की सारी उम्र या सारी जिंदगी की मदद जाहिर करती है | अगर किसी को फाँसी पर लटकाया हो तो गैबी मदद उसके पाँव तले तख्ता दे देगी ताकि गला न घुट जाए | अगर कोई शख्स मारने की तयारी करके आ पहुँचे तो मालिक के प्रताप से मदद करने वाला भी खुद ब खुद आ पहुँचेगा | जिस तरह दुश्मन को बुलाया न था उसी तरह ही मदद करने वाला भी बिन बुलाए आ जाएगा | ऐसा शख्स दुसरो से पूरी मदद और आराम पाता रहेगा | दुश्मनो के मुकाबले पर दोस्त भी खुद ब खुद पैदा होंगे और मुसीबत को दूर कर जाएंगे | वह शख्स उम्र की तमाम बिमारियों या टूट-फूट से बचा रहता है, पूरी उम्र भोगता है और मौत के यम के खिलाफ भी उसे यहाँ तक मदद पहुँच जानी मानी है | वह कब्र से भी वापिस आ जाता है | बाप की मदद और सुख सागर लम्बा होगा | न सिर्फ अपनी औलाद से पूरा सुख बल्कि तमाम मददगारों से आराम पाता है |
शुक्र + बुध + शनि
गृहस्थ, उम्र और औलाद तीनो ही (दुनियावी सुखो का मालिक होगा) | दुनियावी गऊ ग्रास यानि गाय, कौआ और कुत्ते तीनो को अपनी खुराक से टुकड़ा देते रहना मुबारिक होगा | मकान के ऊपर आसमान की तरफ से रौशनी के लिए रोशनदान धन-दौलत की चोरी व तबाही का सबूत होगा | काली गाय और काले कुत्ते को रोटी देते रहना मददगार होगा | अगर काली गाय और काला कुत्ता अपने ही घर में पालतू हो तो उनको बाहर से किसी ओर शख्स से रोटी न मिलने दे वरना फायदे के बजाए नुक्सान होगा | यानि तमाम बाहर वालो के दुःख दलिद्र काली गाय और काले कुत्ते के मार्फ़त खुद अपने ही घर में जमा होते रहेंगे |
शुक्र + बुध + राहु
गो शादी कई दफा और औरत भी कई एक, मगर फिर भी औलाद और गृहस्थी सुख मंदा ही होगा | खासकर जब तीनो नंबर 7 में हो |
शुक्र + बुध + केतु
तीनो ही ग्रहो का फल मंदा होगा खासकर नंबर 7 में होने के वक्त | शादी और औलाद में सख्त खराबियाँ होगी |
शुक्र + शनि + केतु
एक ही मैदान में दो मुश्तरका, मगर एक ही वक्त में कामदेव की खेल करने वाले खिलाडियों की तबियत का मालिक या ऐसे खिलाडियों को शामिल करके चाल-चलन की रंग-बिरंगियों से दुनिया का मुँह धोता या अपनी आकबत (अंतिम समय) या दुनियावी गृहस्थ को फुलबहरी के धब्बे लगाकर खुश होता होगा |
शुक्र + राहु + केतु
न सिर्फ अपनी गृहस्थी सुख (स्त्री और अल औलाद) मंदा बल्कि हम साया भी दुखिया और बर्बाद होंगे खासकर जब तीनो ग्रह कुंडली के पहले घरों में हो | हम साया घरो में लड़कियों की शादी न हो सकेगी | लेकिन अगर तीनो बाद के घरों में हो हम साया घरो में लड़को की शादियों न होगी |
S Kuber RA
Jyotish Acharaya
Vedic & Lal Kitab Astrologer
Lal Kitab Vastu Consultant
No comments:
Post a Comment