लाल किताब
चार ग्रह इक्क्ठे
बृहस्पति + सूर्य + चंद्र + मंगल
ऐसे गुरु की उत्तम हैसियत का मालिक जिस की तमाम दुनिया इज्जत करे | बृहस्पति नंबर 2 का पूरा उत्तम फल साथ होगा |
बृहस्पति + सूर्य + शुक्र + मंगल
तीन नर ग्रह या तीन शेरो के दरम्यान में शुक्र गाय की तरह ऐसा ज्ञानी, त्यागी और बुलंद इकबाल जिसके साए में तीन शेर इक्क्ठे होते हुए भी एक गाय पर हमला न करे या तीन शेरो के दरम्यान आ जाने वाली गऊ भी सुखिया रहे | भाग्यवान खानदान और शाही योगी खून होगा, जो शाही जंगी तलवार पर भी जीत प्राप्त कर सके |
बृहस्पति + सूर्य + शुक्र + बुध
सुबह सवेरे सूर्य की तरफ मुँह करके नमस्कार या पूजा वगैरा करना राजदरबार में उसका नसीबा बुलंद कर देगा | (चारो नंबर 3 और नंबर 11 खाली)
बृहस्पति + चंद्र + बुध + शनि
मंदी सोहबत, खोटे काम का मालिक होगा | (चारो नंबर 2 में हो)
अच्छी सोहबत, भली दौलत उम्दा नाम पाएगा | (चारो नंबर 6 में हो)
बृहस्पति + चंद्र + बुध + राहु
राहु की तमाम अरसा (42 साल उम्र तक) फल मंदा खराब होगा उस घर की चीजों का जिस में चारो बैठे हो | या चारो ही ग्रह मंदे या बेमानी होंगे | और बाद अजां (42 के बाद) चारो ही ग्रह बाहम दुश्मन होते हुए भी बतौर दोस्त एक दूसरे की मदद करेंगे और सब का मिला-मिलाया नेक फल होगा |
बृहस्पति + बुध + शनि + राहु
जिस काम में रुपया-पैसा लेकर काम करे उसी में सब तरफ सोने की राख ही राख (मंदा हाल) कर देगा | मगर ससुर, ससुराल (राहु) और चाचा (शनि) के रूपया-पैसा की मदद से काम करने में हर तरफ उत्तम फल होगा | (जब चारो नंबर 12 में हो)
सूर्य + चंद्र + शुक्र + बुध
माता-पिता दोनों की उत्तम हैसियत और खुद भला लोग, भले काम का मालिक होगा |
सूर्य + चंद्र + बुध + केतु
वालिद पानी में डूब कर मरे या दुनियावी हालत में निहायत दुखी होकर उम्र भोगे |
सूर्य + शुक्र + बुध + शनि
जोड़ भाई जोड़ खाएँगे कोई ओर खासकर जब नंबर 4 में हो | गो दो औरत जिन्दा मगर दोनों ही बेऔलाद और मंदे चलन, मंदे कामो में खुश, लानत और जहमत की ठेकेदारी होगी | खुद मर्द भी बेमानी जिंदगी और आखिरी वक्त पानी को तरस कर मरता होगा |
सूर्य + मंगल + बुध + शनि
उड़ता हुआ फटा पतंग, वहशत परेशानी का घर, उस घर की चीजों पर चारो ग्रहो का मंदा फल हो जिसमे बैठे हो | अगर चारो ही ग्रह नष्ट हो तो ऐसा आदमी एक अकेला ही लाखो का मुकाबला की हिम्मत का मालिक होगा | अगर चारो ग्रह कायम हो तो लूट के माल से मालामाल हो जाए |
चंद्र + शुक्र + मंगल + बुध
चारो ही का मंदा असर होगा | जो लड़की की शादी के दिन से उत्तम और उम्दा होगा |
चंद्र + शुक्र + मंगल + शनि
राज ताल्लुक उम्दा और खुश गुजरान होगा | खासकर जब नंबर 2 में हो |
चंद्र + शुक्र + बुध + शनि
अमूमन उसके अपने कबीला (खानदान हकीकी खून) में मौत और जन्म के वाक्यात इक्क्ठे ही हुआ करेंगे | यानि एक पैदा हुआ तो कोई दूसरा मर गया |
शुक्र + मंगल + बुध + राहु
शादी में आम दुनिया की मुखालफत और धन हानि होगी | खासकर जब चारो नंबर 7 में हो |
मंगल + बुध + शनि + राहु
बैठा होने वाले घर पर कोई बुरा असर न होगा | अगर साथी घर में सूर्य हो तो उसके अपने भाईयों में से कोई तो मच्छ रेखा का मालिक और कोई लावल्द होगा | चोरी और धन हानि अक्सर हुआ करेगी | बुध मंदा तो लड़कियाँ दुखिया और मरीज रहेंगी | दक्षिणी दरवाजे का साथ मंदे असर की बुनियाद की वजह होगी | दहलीज के नीचे चाँदी की चपटी तार जो दहलीज की लम्बाई के बराबर हो, मदद देगी | यह जरूरी नहीं कि ये तार चौड़ाई में भी दहलीज की चौड़ाई के बराबर हो |
S Kuber RA
Jyotish Acharaya
Vedic & Lal Kitab Astrologer
Lal Kitab Vastu Consultant
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