Friday, 7 September 2018

लाल किताब फरमान 12


लाल किताब फरमान 12 

जन्म कुंडली लग्न कैसे दुरुस्त करे

एक शख्स ने कहा की उसका जन्म 18 अगस्त 1911 को शायद सूरज निकलने से पहले 3 या पांच बजे के दरम्यान या फिर सूरज छुपने के बाद तीन या पांच घंटे गुजरे हुए अरसा के अन्दर अन्दर हुआ | माता पिता गुजर गए है ओर आज 39 साला उम्र गुजर रही है | जन्म समय का कोई पक्का सबूत नहीं है | जद्दी मकान की वास्तु के बारे में पता है | कभी कभी माँ ने कहा था की मेरा जन्म समय भगवान् श्री कृष्ण के जन्म से मिलता जुलता है |

सुबह 3 से पांच बजे का लग्न                   रात 12 बजे के आस पास का लग्न
    




ग्रह स्पष्ट की दुरुस्ती
ग्रह चाल के मुताबिक क्या होना चाहिए                  
1)      सूरज – बुध नंबर 2 में है तो खुद कमाई नौकरी या वजीफा वगैरा 25 साल उम्र से शुरू हुई ?
जवाब : वजीफा अगस्त 1935 में मिला | शायद 17 / 18 या 20 / 22 अगस्त थी | यानि 25 वा साल शुरू ही हुआ था |
     2)      अगर सूरज – बुध नंबर 4 में होते तो खुद कमाई 24 साल उम्र से शुरू हुई होती |
     3)      बुध अकेला नंबर 2 में हो तो पिता की उम्र 16 से 21 तक शक्की | जवाब मिला की पिता 10 साल की उम्र में ओर माता 20 साल की उम्र में गुजर गए |

  copied from later chapters of LK



4)      
  





   बुध अकेला नंबर 4 में हो तो माता की उम्र 16 से 21 तक शक्की
   5)      शुक्र नंबर 3 में हो तो मकान दक्षिण की ओर कच्चा होगा | जवाब मिला की सारा मकान कच्चा है | शुक्र 5 में होता तो पूर्व की तरफ खासकर पूर्वी दिवार कच्ची होती |
   6)      गुरु केतु नंबर 4 में हो तो धर्मस्थान उत्तर – पूर्व में होगा | जवाब मिला की उत्तर ओर उत्तर पूर्व के दरम्यान है | जब तक पिता जिन्दा थे शहाना ठाठ थे | गुरु केतु 6 में होते तो उत्तर में होता |
   7)      केतु अकेला नंबर 4 में तो औलाद 29 साला उम्र में कायम ओर केतु नंबर 6 में अकेला तो उसी वक्त बहिन के घर भी संतान हुई होगी | जवाब मिला की 29 साल में लड़की पैदा हुए मगर लड़का नहीं ओर उसी वक्त के लगभग बहिन की यहाँ भी औलाद हुई
   8)      शनि, मंगल, राहू नंबर 10 में हो तो बड़ा भाई (मंगल), चाचा (शनि), ससुर (राहू) तीनो हो गवर्नमेंट के घर के ताल्लुकदार मानिंद राजा राय साहिब राव बहादुर होगे | जवाब मिला की दो सरकार के घर में में राय साहिब रायबहादुर ओर तीसरा भाई भारी सरकारी ठेकेदार था | खुद ओर भाई बाल बच्चे की बरकत का मालिक मगर ससुर – चाचा दोनों लावल्द |
   9)      चन्द्र 11 में हो तो औलाद माता के मरने के बाद कायम होगी ओर माता शादी से पहले चल बसेगी | स्त्री के भाई नीच जरूर होगे | जवाब मिला की शादी ही माता के मरने के बाद हुई | ससुराल लावल्द औरत का कोई भाई नहीं |
   10)   चंद्र नंबर 1 होता तो मकान के पूर्व में कुआँ हो | नंबर 2 खाली है तो कुआँ खुश्क होगा |
   11)   शनि मंगल राहू 10 में हो ओर कुंडली वाला शराब का आदी हो तो 34 साला उम्र में युद्ध के मैदान में मुर्दों के बीच मुर्दे जैसा या सांप का वाकया भी हो सकता है | जवाब मिला की शराब कभी कभी पिता हूँ ओर 34 साला उम्र में मैदान ए जंग में सात गोलियां लगी और जख्मी हालत में लाशों के साथ उठा कर लाया गया | अंगूठा बनावटी शुक्र ओर बाजू (मंगल)  कट गए मगर कटे अगुंठे ओर कटे बाजु का हाथ काम करता है |   
   12)   गुरु केतु नंबर 6 में तो घर में पूजा स्थान जब रखा गया लड़का मौजूद न था | स्त्री ओर अच्छा चाल चलन मदद देगी | जवाब मिला की घर में एक खा जगह पूजा स्थान मुकरर थी जहाँ दिया जगा कर पूरी अदा से पूजा की जाती थी | किसी ओर औरत से ताल्लुक नहीं रहा | 
अंतिम फैसला : कर्क लगन वाला टेवा दुरुस्त माना गया | हाथ पर गुरु की रेखा खाना नंबर 4 में है | कई बाते दोनों तरफ मिलती जुलती भी थी |  



S Kuber RA

Vedic & Lal Kitab Astrologer
Lal Kitab Vastu Consultant 



लाल किताब फरमान 12  








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