लाल किताब
बृहस्पति खाना नंबर 3
गरजता शेर व खानदानी गुरु, ज्योतिष व आशीष का स्वामी
फ़रिश्ता अजल भी गो तुझसे डरेगा, मगर जुल्म तेरा न हरगिज
फलेगा
इन्साफ पसंद होगा | खाना नंबर 3 मंगल का पक्का घर है जो गुरु
का मित्र है पर यह मल्कियत के हिसाब से शत्रु बुध का घर है | दुर्गा जी (बुध) ओर
शेर (गुरू) की सवारी का साथ होगा | विधावान होगा, राजदरबार से धन देर तक मिलता
रहेगा (नौकरी करेगा) जब तक कि दुर्गा पाठ करे या कन्याओं की सेवा से आशीष –
आशीर्वाद ले | छोटी छोटी कन्याओं के चरण पानी से धोकर उनके चरण स्पर्श कर आशीर्वाद
लेना बुध के जहर को दूर करेगा ओर नेक उत्तम फल होगा | कन्याओं को मीठा देना शुभ
होगा | वर्ना गुरु, बुध नंबर 3, 9 का मंदा फल देगा | हर ओर से सुखी होगा, आँखे ठीक
होगी, भाई ससुराल नेक, औलाद की आयु लम्बी ओर सुखी होगी |
1) जब
गुरु कायम हो तो त्रिलोकी के दरवाजे पर तलवार का धनी, खाना नंबर 3 की मृत्यु को
रोकने वाला खुद ही बैठा हो | उम्र लम्बी | विद्यावान हो | उत्तम सेहत, धनी अवश्य,
समृद्ध हो | अपना भाग्य भाई – बहिन से हो | जाती प्रेम वाला हो |
2) खाना
नंबर 3 मंगल का पक्का घर, तो जब मंगल नेक हो, खाना नंबर 2 उत्तम हो या नंबर 2 में
गुरु की मित्र हो | जब भी गुरु वर्षफल में नंबर 3 में आये तो अपने भाई – बहन को
सहायता करे | 26 साल की आयु से 20 साल तक यानि 46 साल तक सब ओर उन्नति हो, सुखी
हो, धनी हो |
3) जब
गुरु कायम हो, खाना नंबर 11 में कोई भी ग्रह हो | खाना नंबर 5 में कोई भी मित्र
ग्रह हो या खाना नंबर 9 में कोई भी ग्रह हो तो इज्जत मान होगा, गुजारा बहुत ही
अच्छा चलेगा | कमाई शुरू करने से करते रहने तक सब फल उत्तम होगे | घर में इकट्ठे
रहने से लाभ | औलाद पैदा होने से लाभ |
4) शनि
नंबर 9 में हो तो आयु धन बढेगा |
5) शनि
नंबर 2 में हो तो चालाक, मनुष्य को उसकी आवाज से पहचान ले |
6) मंगल
नंबर 2 में हो या शनि 9 में हो तो सबको तारने वाला ओर स्वयं भी सुखी | अगर दोनों
शर्ते न हो तो पहले निर्धन बाद में धनी |
7) शनि
कुंडली में नेक हो कर बैठा हो तो धनी हो |
8) बुध
नंबर 7 में हो तो स्वयं साहसी होगा |
गुरु खाना नंबर 3 मंदी हालत में
कायर, मनहूस, मंद भाग्य
1) जब
गुरु सोया हो या शत्रु ग्रहों से घिरा हो तो एक स्वाभाव का स्वामी | यदि मित्र हो
जाए तो अपना सब कुछ दे दे यहाँ तक की ऐसा शेर होगा जो अपना शिकार तक दे डाले |
लेकिन यदि शत्रु हो जाए तो दुसरे का बिस्तर तक जला दे | शत्रु का आराम नष्ट कर दे |
2) जब
चन्द्र नंबर 12 में हो तो अपनी प्रशंसा सुनकर प्रसन्न होने के स्वाभाव से नष्ट
होगा |
3) जब
मंगल बद हो तो कायर, सब ओर से दुखी, मंद भाग ओर औरतो के साथ बैठकर बेकार गप्पे
हांकने वाला होगा | गुरु का फल, बुध नंबर 3 ओर 9 का दिया हुआ मंदा फल होगा | सेहत
ख़राब, बुरी जिन्दगी, हमेशा रोग – रक्तदोष, संतान दुखी ओर केतु के मंदे फल होंगे |
4) जब
शनि नंबर 4 में हो ओर बुध भी मंदा हो तो सबको लूट कर स्वयं अमीर बन जाने वाला होगा
| मित्रघाती, नास्तिक होगा | उसके सभी सम्बन्धी दुखी खासकर औलाद ओर मामा तो अवश्य
दुखी हो | 3 साल रोगी | चाहे लडाई में बहादुर हो मगर फिर भी मंद भाग्य वाला होगा |
शरीर से दुर्गन्ध आये | शरारती झगडालू हो ओर प्रायः कायर होगा |
उपाय : दुर्गा माँ की उपासना करना |
माता को लाल वस्त्र, मीठा अर्पण करना | कन्याओ की
सेवा करना विशेषकर नवरात्रों में | कन्याओं को मीठा देना | बहन बेटी की
इज्जत करना | पक्षियों की सेवा करना जैसे मंगल वार की रात साबुत हरी मूंग दाल भीगो
कर बुधवार सुबह पक्षिओं को डालना या प्रतिदिन पक्षिओ को बाजरा – ज्वार आदि डालना |
S Kuber RA
Vedic & Lal Kitab Astrologer
Lal Kitab Vastu Consultant
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