लाल किताब
सूर्य खाना नंबर 4
दूसरों के लिए जोड़ जोड़ कर
मरे | बच्चो के लिए दबाया जमा किया हुआ धन
तमा (लालच) माया में क्यों
तूने छोड़ा बसेरा, करोडो पति नाम लेवा जो तेरा
नेक हालत में
रेशम के कीड़े की तरह चाहे
स्वयं पत्ते खाकर गुजरा करे ओर इसी प्रकार जीवन पूरा कर दे मगर उसे धन का फ़िक्र (स्वयं
के लिए) न होगा | मरते समय धन दौलत जमा रूप में छोड़ जाएगा | उसकी संतान के सदस्य
करोडपति होंगे | स्वयं दरियादिल साफ़ दिल, बुद्धिमान ओर हुकुमत का स्वामी होगा | चन्द्र
बैठे हुए घर से माया लेगा | धन की वर्षा या माया का अचानक मिलना बुध (जंगल, धीमी
धीमी गति से ) ओर शनि (पहाड़, जल्द ओर जोर से) बैठा होने वाले घरों पर होगी | अच्छा
स्वास्थ्य ओर धन का फव्वारा हर दम चलता रहेगा | माता पिता की सेवा (जिसका मौका कम
ही मिलता है) फ़ालतू धन जमा होने या करने की बुनियाद होगी | स्वयं धन या दौलत ओर
रिजक के चश्मा का हाल चन्द्र ओर गुरु बैठे घरों से मिलेगा | परिवार कबीला की हालत
मंगल की हालत पर होगी |
1)
जब चन्द्र नंबर 4 हो तो नई
ईजाद (आविष्कार) से लाभ का स्वामी
2)
बुध नंबर 10 में हो (हो
नहीं सकता) तो राजदरबारी यात्रा से मोती पैदा होंगे, उत्तम व्यापारी
3)
मंगल कायम हो तो धैर्य
स्वाभाव तथा नर्म स्वाभाव का हो
4)
गुरु 10 में हो तो अब गुरु
नीच न होगा बल्कि पूरा सोना ओर गुरु का उत्तम फल होगा
5)
चन्द्र उत्तम हो, गुरु 4
में हो, तो मंगल बद न होगा | सोने चांदी के काम मुबारिक | ईजाद (आविष्कार) या ऐसा
काम जो की उसके बड़ो ने किया हो फायदा देगा | समुंद्र के सफ़र से मोती मिले
6)
शुक्र – चन्द्र हर दो साथी
हो तो माता पिता की ओर से पूरा भला ओर उत्तम खून, भला लोग, भले काम, भाग्य का
उत्तम असर |
7)
बुध जब साथ-साथी हो तो सफरो
से लाभ, उत्तम व्यापारी |
मंदी हालत में
माया के लालच या संसारी
शर्म से हरामखोरो का बोझ गले लगेगा | जलती हुई लंका की आग से तंग होगा | चोरी की
आदत, गंदे शौक ओर लोगो की गाँठ काटने से अपना धन बर्बाद ओर हर जगह हानि हो और हनुमान जी की दुम की आग से रावण की लंका में आग के शोले नजर आयेंगे जिन के बुझाने
के लिए दुनिया का पानी पहले ही समाप्त हो चूका होगा | यानि अपनी बर्बादी, मरने से
पहले अपने सामने ही सब कुछ जलता देख जाए मगर आंसू तक न बहा सके |
1)
जब पापी मंदे हो तो संतान
मंदी होगी |
2)
शनि 7 में हो तो आधा अँधा
टेवा ओर रात को न दिखे |
3)
मंदा राहु शनि 1 में ओर नीच
गुरु 10 में हो तो सूर्य का सब ही प्रभाव मंदा होगा | चन्द्र की मदद मिलने पर
चन्द्र के उपाय से | शनि की तबाह की हुई या शनि से तबाह हुई चीजो को सूर्य के उपाय
के जरिए या सूर्य की मदद से कीमती लाल (मंगल नेक) का असर देगा |
4)
गुर नंबर 10 में हो तो सोने
की चोरी की घटनाए होगी | शनि के काम लोहा, लकड़ी मंदे फल देंगे | आग की घटनाए,
गुमनाम तथा छुपे झगडे फसाद ओर धन की खराबी | मगर चन्द्र (कपडा, चांदी) गुरु (सोना)
ओर माता पिता से सम्बन्ध, कार्य उत्तम फल देगे |
5)
मंगल 10 में हो तो एक आँख
से काना होगा मगर भाग्य उत्तम हो |
6)
चन्द्र नंबर 1-2 में, शुक्र
5 में ओर शनि 7 में हो तो नामर्द, न अक्ल न गांठ, बिन बुलाया मेहमान
7)
चन्द्र, गुरु या बुध में से
कोई भी सूर्य के सामने 10 में हो | उसी समय नंबर 5 में शुक्र या पापी हो नंबर 4 में
| या
शुक्र, बुध 2-5-9-12 में या
3-6 में हो | या
चन्द्र खाना 10 में ओर राहु
/ केतु 4 में हो | या
गुरु हो 10 में ओर शुक्र –
बुध हो 2-5-9-12 में | या
बुध 10 में ओर चन्द्र 6 या
3 में हो तो नीचे लिखा फल होगा
सब ही ग्रहों का (सिवाय
मंगल के) फल मंदा होगा | ऐसे समय मंगल का उपाय जद्दी मकान द्वारा करे | मसलन वहां
यज्ञ करे | मुफ्त खुराक बांटने का या भिक्षा देना सिर्फ अंधों को ही देना उत्तम जो
खाना नंबर 5-10 के जहर को धो देगा |
चन्द्र उत्तम हो ओर गुरु
भी नंबर 4 में हो परन्तु मंगल बद हो तो शादी औलाद में गड़बड़, हर तरह की मंदी अवस्था
होगी S Kuber RA
Jyotish Acharaya
Vedic & Lal Kitab Astrologer
Lal Kitab Vastu Consultant
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