लाल किताब
चंद्र खाना नंबर 7
बच्चो की माता, खुद लक्ष्मी अवतार
नहीं दिन है परिवार बढ़ने को लगते |
भरेंगे खजाने जो अपने ही धन से |
1) शादी के समय स्त्री के घर से पति के घर तक चंद्र की चीजे स्त्री साथ लावे |
2) कवि या ज्योतिषी होगा | अगर फकीरी तो अव्वल दर्जा वरना चाल चलन शक्की होगा | बुद्धि की बारीकी | दूध (चंद्र) दिल साफ़ देगा |
नेक हालत में
शनि तीजे, गुरु सातवें, कितना ही कंगाल हो |
स्वयं अकेला चंद्र सातवे, लक्ष्मी का अवतार हो |
चाहे चंद्र अब बुध के पक्के घर में बैठ कर बुध का फल अमूमन ख़राब कर देगा मगर स्वयं अपने प्रभाव से वह पूरा उत्तम और स्वयं नेक लक्ष्मी का अवतार होगा जब तक राहु / केतु का बुरा असर शामिल न हो | ऐसा व्यक्ति पैदा होते समय चाहे कितना ही निर्धन क्योँ न हो और परिवार भी लम्बा न हो, फिर भी अपने जन्म से मिटटी (शुक्र) के चाँदी (चंद्र) की तरह चमकदार होगा | जायदाद जद्दी या स्वयं की पैदा की हो या न की हो मगर नकद नारायण जरूर होगा | मृत्यु अपने घर घाट में ही होगी | बहु (शुक्र) बेटी (बुध) माँ (चंद्र) बहन (बुध) के प्यार से दूर रहेगा | प्यार मोहब्बत से दूर दूध की तरह साफ़ दिल का होगा | राजदरबार में मान और चंद्र की चीजों के सम्बन्ध में सुख होगा (जानदार और बेजान दोनों का) | कविता तथा ज्योतिष का भी माहिर हो सकता है पर चाल चलन शक्की होगा | तिलस्मी (जादुई) भूत सामान होगा | अक्ल की बारीकी या खुदाई पहुंच दर्जा कमाल | अगर फकीरी भी हो तो सबसे उत्तम और नेक प्रभाव की होगी | रंग रूप में फर्क आदि की शक्ति, दूध से दही और दोनों की शक्ल और रंग का फर्क भांप लेने का स्वामी होगा | स्वयं टेवे वाले के लिए सँसार का सुख और शुभ स्त्री का आराम होगा |
1) बुध नेक हो (पक्का घर खाना नंबर 7) और खाना नंबर 8 खाली हो तो अंदर की बुद्धि और खुदाई पहुँच दर्जा कमाल होगी |
2) जब बुध उत्तम हो तो धन दौलत और परिवार की देवी चाहे शनि नंबर 3 (नकद धन की कमी) चाहे गुरु नंबर 7 (परिवार की कमी) में हो |
3) शुक्र (नंबर 7 का स्वामी) नेक हो तो सांसारिक हर कारोबार और गृहस्थी हालत में हर और शांति मिले |
मंदी हालत में
बूढी माता से झगड़ा टेवे वाले की मिटटी तक उडा देगा | दूध और पानी मूल्य लेकर बेचने से संतान और धन घटता होगा | अमूमन शादी के समय स्त्री घर आने के समय या उससे पहले से ही चंद्र की जानदार चीजों घोडा, माता की आयु शक्की गिनते है | जब शादी की आयु चंद्र की आयु हो (6-12-24) तो पापी, शुक्र और बुध तीनो का फल मंदा होगा लेकिन अगर घर में चंद्र की चीजे चाँदी, दूध, दरिया का पानी (स्त्री के वजन के बराबर) मौजूद हो तो अल-औलाद बढ़ती रहे वरना चंद्र शुक्र का झगड़ा होगा और चंद्र की जानदार चीजे चल बसे (जो जरूरी नहीं की चल ही बसे) लेकिन लक्ष्मी की बरकत और भी बढ़ती जाए |
1) गुरु नंबर 7 में हो या पापी साथ में हो या बुध 2/8 में हो तो बचपन का समय मंदा, मंगल भी मंदा होगा, बुध से सम्बंधित कामो या माया दौलत के सम्बन्ध में बुरा प्रभाव ही होगा |
2) चंद्र मंदा होने के समय शुक्र बैठा होने वाला घर मंदा होगा | मगर धन और भाग्य मंदा न होगा |
3) शुक्र पाप के साथ कही भी इक्कट्ठे हो तो बच्चे छोटी छोटी आयु में गुजरते जाए |
4) शुक्र नंबर 1, बुध नंबर 1, शनि का साथ या सम्बन्ध हो तो सास (चंद्र), बहु (शुक्र) का झगड़ा | सब नशीली चीजों का सरदार होगा | जायदाद बर्बाद करे | चाहे हथियार से मरे पर आयु फिर भी लम्बी होगी |
5) शादी के दिन स्त्री के घर में आने से पहले अगर चंद्र की चीजे स्त्री के वजन के बराबर पहले से ही मौजूद हो तो अल-औलाद बढ़ेगी वरना चंद्र शुक्र का झगड़ा होगा यानि टेवे वाले की माता या धन बर्बाद होने शुरू हो जाएंगे |
S Kuber RA
Jyotish Acharaya
Vedic & Lal Kitab Astrologer
Lal Kitab Vastu Consultant
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