Wednesday, 12 September 2018

लाल किताब चंद्र खाना नंबर 8


लाल किताब 

चंद्र खाना नंबर 8  


मुर्दा माता, जला हुआ दूध

बुजुर्गों के दिन, चीज चंद्र जो देगा |
रुके न कभी साँस, जब तक हो लेता |

ससुराल तारे दामाद तारे (चंद्र की आयु 12-24-48 साल के बाद)  तारेगा मामा को भी वो |
उल्टी गँगा हो के तारे (जब सूर्य या शुक्र उत्तम), आयु के आखिर भी वो |
 असर बुरा न राहु टेवे, मंदिर शनि (नंबर 2 में या गुरु के घर में और गुरु उत्तम), गुरु वर्षा हो |   


नेक हालत में


1) अब टेवे में राहु का बुरा प्रभाव न होगा और न ही मंगल बद होगा | चंद्र की बेजान चीजों पर भला और उत्तम प्रभाव होगा | अब चंद्र नष्ट या मंदा न होगा |

2) स्वयं की आयु लम्बी होगी और माता के होते हुए कभी आयु की हार न होगी या यूँ कहे कि पहले स्वयं मरेगा और बाद में माता और माता की आयु 80 वर्ष तक लम्बी होगी |

3) उल्टी गंगा हो कर तारे

4) माता पिता दोनों की आयु लम्बी और मंगल का प्रभाव उत्तम होगा |

मंदी हालत

1) चंद्र बेशक किसी भी तरह मंदा हो मगर टेवे वाले की खानदान नस्ल कभी बंद न होगी यानि वो लावल्द (निसंतान) नहीं मरेगा | कष्ट होगा और मंदी नाली के पानी के भाग्य का स्वामी होगा | उसकी जद्दी जायदाद और शुक्र के काम स्त्री खेती आदि उसके अपने किसी काम न आएँगे | दिनों के फेर ही होते रहेंगे | यदि उसके जद्दी मकान के निकट कुआँ या तालाब हो तो जीवन भर और भी मंदा साबित हो |

2) अगर मंगल या बुध या पापी मंदे हो तो चंद्र अपने दूसरे दौरे के बाद यानि 12/24/48 वर्ष की आयु के बाद बुरा प्रभाव देगा | दुनिया की नजर में शादी मगर स्वयं वह दुखिया होगा | पहली निशानी मंदा चाल चलन होगी जिससे ससुराल और संतान भी बर्बाद होंगे | लड़कियाँ चाहे पैदा हो और गिनती में अधिक होंगी |

3) जब पापी शुक्र बुध नंबर 11 में हो और 2 खाली हो या पापी ताकत के मालिक हो चंद्र की मियाद 4-8-12 हद 24 तक माता की आयु मंदी होगी और चंद्र की जायदाद चीजों का फल मंदा होगा |

4) जब नंबर 3-4 में कोई तीन मंदे ग्रह हो तो माता-पिता का सम्बन्ध, जायदाद और संतान मंदे होंगे |

5) जब शुक्र मंदा हो या किसी मंदी स्त्री का सम्बन्ध हो या बुध और शनि दोनों मंदे हो तो दूध में कड़वी रेत या  विषैली खाण्ड की किस्मत या पेशाब भरा लानत का कुआँ होगा | संतान और सेहत दोनों मंदे होंगे |

6) बुध नंबर 4-12 में हो या शनि-राहु नंबर 12 में हो, बुध सूर्य मंदे बर्बाद हो, खाना नंबर 1 में या चंद्र के साथ शत्रु या पापी हो तो नजर, बाल बच्चे दोनों बर्बाद, मंदा प्रभाव | नाक छेदन उत्तम | राजदरबार मंदा | आम शारीरिक दोष हो | 34 साल आयु तक मंदा जीवन और धन न आए |

7) जब खाना नंबर 2 मंदा हो या नंबर 2 में राहु-गुरु या बुध-गुरु या बुध हो तो अपनी स्वयं की बेफ़कूफी से शुक्र या चंद्र की चीजों का मंदा असर होगा मगर कुदरत मंदा असर न देगी |  


उपाय : संतान के तकाजे में शमशान के अहाते के अंदर के कुऍं का पानी अपने घर में रखना सहायक होगा | यदि बड़ो के नाम पर दूध का दान (श्राद्ध आदि) न करे तो दमा, मिर्गी, लावल्दी होगी या कुआँ छत कर मकान बनावे खासकर जब चंद्र 8 में और गुरु, शुक्र 4 में हो | बड़ो के चरण छूना या पानी से धोना, धोते रहना लम्बी आयु देगा |
   
8) महसूस की शक्ति गुम होने से मंदे समय की पहली निशानी होगी |

9) बच्चो और बड़े बूढ़ों बजुर्गों की आशीर्वाद उनके पाँव धोकर लेते रहने से हर और बचाव होगा |

10) खेती की पैदावार जायदाद का फायदा टेवे वाले के ससुराल (स्त्री खानदान) को मिलेगा |

11) अगर जुआरी हो तो बदबख्ती (बुरा भाग्य) होगी |

12) घर में चंद्र की चीजों का होना लम्बी आयु की निशानी होगा | जैसे चाँदी, चावल, गंगा जल वगैरा | माता के साथ रहना और उसकी सेवा करना लम्बी उम्र देगा |


S Kuber RA
Jyotish Acharaya 
Vedic & Lal Kitab Astrologer
Lal Kitab Vastu Consultant 
    





   






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