लाल किताब
बृहस्पति खाना नंबर 8
मुसीबत के समय परमात्मा की मदद का मालिक, हर बला से बचने
वाला, घर का पुरखा, कब्रिस्तान का साधु जिसका सिर राख से भर चुका होगा |
बड़ो का हो साथ, जब रात करता |
धन सोना माया, आयु सब ही बढता |
बुध, मंगल बद* पापी
मंदा, कब्र वीराने कर देगा
* मंगल बद का मतलब जैसे राहू बद – पूरा काला, काना, संतान
रहित व्यक्ति
नेक हालत में
स्वयं धनवान हो या न हो मगर संसार के सब सुख (बहुत) उसके पास
होंगे | दुःख के समय परमात्मा की सहायता मिलेगी | सांच को आंच नहीं वर्ना खुद आग
जले की कोल का आदी होगा | अपना भाग्य परमात्मा ओर आत्मिक शक्ति से बनाए | जब तक
शरीर पर सोना रहे, दुखी न होगा | स्वास्थ्य मंदा न होगा | संसार में दमकता सोना
होगा | किसी का मोहताज न होगा | फ़क़ीर या लंगोट बंद साधु न होगा | बाबा की आयु 80
वर्ष से कम न होगी | परन्तु टेवे वाला और उसका बाबा कभी एक साथ न होंगे | घर के
सभी व्यक्तिओं की लम्बी आयु का पटटा लिख देगा | अपने भाग्य को जाने या न जाने मगर
छुपे भेद को समय से पहले हो बता देगा | जब तक उपस्थित रहेगा मरने वाले के प्राण
नहीं निकलेगे | हो सकता है की उसका बाबा उसके पैदा होने से पहले ही चल पड़े या 8
वर्ष की आयु में ऐसा हो जाए नहीं तो बाबा की आयु 80 वर्ष होगी |
1) जब
खाना नंबर 2,4 उत्तम हो तो भाग्य को जगाने का स्वामी सिर धड से उतर जाने तक साथ
देगा | वीरान जंगल में सब कुछ खोकर ओर यहाँ तक की जिस्म के कपडे तक गवां कर जहाँ
भी बैठेगा वहां हरियाली और सोने की खाने, धन को ढूंढ लेगा | स्वास्थ्य, धन, परिवार
से कभी दुखी न होगा |
2) चन्द्र
उत्तम हो ओर 2,5,9,12 भी उत्तम हो तो हर ओर सोना ही सोना भरे भण्डार | छुपे भेद
बतलाने की हिम्मत, आयु लम्बी होगी |
3) शुक्र
2,6,8 में हो तो कभी संतान रहित न होगा | पुत्र 6 तक होंगे | अपनी ओर सबकी आयु
लम्बी होगी |
4) जब
बुध नंबर 9 में न हो तो खानदान की लम्बी आयु का ठेकेदार, खासकर अपनी और बाप की |
5) जब
मंगल नेक हो या मंगल खाना नंबर 2 से शुभ सम्बन्ध हो तो शिवजी (चन्द्र) अपनी
दयालुता से रावण (गुरु) को सोने की लंका तक दान कर देने की शक्ति देगा | मरते को
पानी ओर दुखिया के आंसू पोछने वाला धर्मवीर होगा |
गुरु खाना नंबर 8 मंदी हालत में
1) शनि
या मंगल 4,7 में हो तो कब्र वीराने ओर खजाने राख से भर देगा | ज़माने की हवा को मौत
के खूनी तूफानी से गूंजा देगा |
2) गुरु
मंदा या शत्रु ग्रहों से घिरा हो तो मंदा बदनाम आशिक होगा |
3) मंगल
मंदा या बद हो तो आय ठीक होते हुए भी करजाई होगा | स्वास्थ्य, धन हर दो मंदे |
उल्लू की तरह जिस जगह बैठे वहां भी सब्ज कदमा (मनहूस) साबित हो ओर स्वयं शमशान की
ख़ाक सिर में डाले ओर खून जले साधु की भांति होगा |
4) 2,5,9,12
में शत्रु ग्रह पापी हो कर बैठे हो तो बार बार जन्म लेने का दुःख भोगे ओर आयु कम
ही होगी |
5) बुध
मंदा हो तो छोटे दिल का, दरिद्री, बिमारी का भण्डार, बैठे-बिठाए मुसीबत खडी कर ले |
6) खाना
नंबर 12 खाली हो तो खून की कमी, माली ओर शारीरिक परेशानी से भरा होगा |
7) जब
सूरज अच्छी हालात में न हो तो भाग्य की कोई किरण न होगी
8) जब
राहू मंदा हो तो जीवन खानापुरती का नाम हो |
9) केतु
मंदा हो तो निर्धन, कम दिल वाला, दरिद्री |
10) तर्जनी
झुके मध्यमा की ओर यानि शनि प्रबल हो गुरु से तो पक्का इरादा, स्वतंत्र विचार,
बढ़ने का विचार, उत्साह भर उमींद, सब बातो से उल्ट प्रभाव हो |
उपाय
मंदे समय गुरु या शुक्र की वस्तुए धर्म स्थान में दान देना
लाभदायक होगा |
S Kuber RA
Vedic & Lal Kitab Astrologer
Lal Kitab Vastu Consultant
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