Saturday, 20 October 2018

लाल किताब शनि खाना नंबर 2


लाल किताब 

शनि खाना नंबर 2 


गुरु की शरण

पाँव नंगे मंदिर, जो तू भूल कहता |
जहर बाकी कोई, बला का न रहता |

नेक हालत में

1) शनि का शनि की सम्बंधित चीजो पर प्रभाव का फैसला खाना नंबर 8 के ग्रहों का, शनि नंबर 2 से ताल्लुक की अच्छी-बुरी हालत पर होगा | जिंदगी में बढ़ने की इच्छा, तरक्की की इच्छा (उम्र लम्बी से नहीं) | बात को मुँह की हवा से ही ताड़ लेगा | शरीर पर मूसाम (छिद्र) से 3-3 बाल पैदा हो तो परमात्मा को मानने वाला, पूजा-पाठी, भक्त मनुष्य होगा |  

2) तिलक लगाने की जगह पर तेल लगाना अशुभ होगा | मगर दूध या दही का तिलक लगाने से शनि और गुरु हर दो का उत्तम और मुबारक फल होगा | भूरी भैंस मुबारिक होगी |

धन की थैली सातवें होवे, मर्द की तादाद बोलते 6 वे है |
घर 8 वे से उम्र मिले तो, बने महल घर दूसरे है |

3) उम्दा सेहत का स्वामी मगर धर्म स्थान में कम ही जाने वाला होगा | देखने में बुद्धू मगर गिनती में मंत्री होगा | खुद सुखी, रहमदिल, न्यायप्रिय होगा | निर्धन कभी न होगा | किसी को दुःख न देगा बल्कि गुरु की शरण या ध्यान रखने वाला, जद्दी जमीनों का मालिक जरूर होगा |

4) जब तक जिन्दा रहे अपने खुद मुख्तारी और नम्बरदारी या खुद काम करने के दिन से स्वयं कारोबार करते रहने तक उत्तम हालात होंगे | आई-चलाई बराबर का मालिक होगा |

5) जब शनि कायम हो तो इंसानी उदासी, वियोग, एक और रहने की शक्ति का मालिक होगा |

6) खाना नंबर 8-9-10-12 में कोई न कोई ग्रह जरूर हो तो हर दर्जे की उदासी का मालिक होगा |

7) चंद्र उत्तम हो तो सुख और उम्र लम्बी मगर पिता (गुरु) अमूमन बर्बाद ही लेंगे |

8) बुध नंबर 4 में हो तो हाथ की तमाम उँगलियों का झुकाव मध्यमा की तरफ होगा | अक्ल की बारीकी और खुदाई पहुँच दर्जा कमाल होगी |

9) शनि का जाति बुरा या भला असर सिर्फ शनि की चीजों पर होगा जो नंबर 8 से 12 के सम्बन्ध में जाहिर हो जाएगा |

10) मकान जैसे और जब भी बने, बनने दे, शुभ होगा |

11) केतु नंबर 2 में हो तो बच्चो के विचारो के स्वाभाव का स्वामी होगा |

12) केतु नंबर 9 में हो तो जल्द समझने वाला होगा |

13) मंगल 8 में हो तो धनवान होगा |

14) बुध नंबर 8 में हो बुद्धिमान होगा |

15) गुरु नंबर 10 में हो तो लेखक, पादरी, धर्म-कर्म वाला, सोचकर और कम खर्च करने वाला |

16) सूर्य नंबर 10 में हो तो साहू, दौलतमंद, ईर्ष्यालु, कंजूस होगा |

17) गुरु 11 में हो तो तबियत का गुलाम, इरादे का कच्चा, मुर्दा दिल, साधु के विचार, हर जगह टूटे होंसले का स्वामी |

18) सूर्य 12 में हो तो माध्यम से हालत में, मंदी शोहरत को पसंद करने वाला |

19) बुध 12 में हो तो चाहे बुध नंबर 12 का कभी भला नहीं होता (सिवाय शनि / गुरु की मदद के) लेकिन अगर बुध की मियाद के अंदर-अंदर (34) टेवे वाले के अगर लड़की पैदा हो जाए और वो लड़की को अपनी ससुराल को दे दे तो वह लड़की ससुराल के लिए अमृत कुंड बन जाएगी | वह लड़की अपने माँ-बाप (टेवे वाला) की कमाई से परवरिश, पालना या गुजर शुरू न करे | वरना टेवे वाले और ससुराल दोनों के लिए मंदी बीन (बाजा) का राग शुरू होगा |

    
मंदी हालत में

1) शनि अगर जाति असूल के स्वभावव पर मंदा साबित हो तो शादी बल्कि सगाई के दिन से ही ससुराल के घर राख उड़ने लगेगी | टेवे वाला जिस कदर शनि की चीजे मकान, मशीन, मोटरगाड़ियां आदि कायम करता चला जाएगा उसी तरह यह चीजे (ससुराल की) बिकती चली जाएँगी या खराब होती जाएंगी |

2) नंगे पाँव मंदिर जाकर भूल मान लेना बला के असर से बचाएगा | मंदिर में शारीरिक सेवा देने से नेक फल होगा जैसे सफाई करना आदि |

3) साँप को दूध पिलाने से ससुराल की हालत उत्तम होगी | काली या दोरंगी भैंस मनहूस फल देगी | शिवलिंग पर दूध चढ़ाना भी नेक फल देगा |

4) जब राहु 8-12 में हो तो खुद शनि राहु-केतु के खिलाफ चलता होगा | इस घर में दो आँख का मालिक शनि अगर मंदा हो तो राहु (ससुराल) को जड़ से मार देगा | टेवे वाले के लिए सिरदर्दी, बुध की शरारते खडी हो जाएंगी | मगर गुरु अब भला असर देगा | शादी के लगन के वक्त से ही (सगन से ही) ससुराल घर में वीराना करने वाली आग जलनी शुरू होगी और उनकी गरीबी दिन प्रतिदिन बढ़ती होगी | ससुराल के घर में आक, मदार का पेड होगा या ससुराल का घर चील-कौओं के बैठने की जगह होगा यानि बर्बाद होगा | पापी ग्रह खुद एक दूसरे का बुरा करते कराते हो और टेवे वाले के लिए खराबी-दर-खराबी खड़ी करते जाएंगे | राहु नंबर 8 के वक्त ससुराल घर में पुरुषो की कमी और राहु नंबर 12 के वक्त ससुराल घर में धन-दौलत की कमी होगी |

5) गुरु नंबर 11 में हो तो बुरी शोहरत और ख़ुदपसन्दी का मालिक होगा |

6) सूर्य नंबर 12 में हो तो मसहूर जुआरी या दिमागी वहम का मालिक होगा | आय और खर्च बराबर-बराबर होंगे

7) मंगल मंदा हो तो 28 से 39 साल तक बीमारी गले लगी रहेगी |

स्वभाव

राहु नंबर 8 में हो तो वहमी होगा
राहु नंबर 9 में हो तो जुदाई पसंद होगा
मंगल नंबर 9 में हो तो मुर्दा विचार
गुरु नंबर 8 में हो तो बेबुनियाद विचारो का स्वामी (गुरु नंबर 8 में देखे)
सूर्य, बुध, गुरु नंबर 8 में हो तो हद से ज्यादा उदासी, जुदाई पसंद होगा
सूर्य नंबर 8 में हो तो बुरी शोहरत पसंद, मध्यम से हालत के स्वाभाव का प्राणी

S Kuber RA
Jyotish Acharaya 
Vedic & Lal Kitab Astrologer 

Lal Kitab Vastu Consultant

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