लाल किताब
मंगल खाना नंबर 3
दुसरो के लिए फलो से लदे पेड़ो का जंगल मगर अपने आप की माया और आराम में सब्जकदम (मनहूस), मंगल बद चिड़िया घर का शेर
झुकी सर कलम कटती तलवार तिरछी |
पड़ा खम (घुमाव, curvature) न जालिम पकड़ तेग (तलवार) जिसकी |
नेक हालत में
1) भाई-बहन जरूर होंगे चाहे छोटे चाहे बड़े हो | असल में मंगल का असर शक्की होगा | लोगो के लिए तो वो फलों का जंगल मगर अपने लिए चिड़ियाघर के पिंजरे में कैदी शेर होगा जिसे अपनी बहादुरी का पता ही न होगा (श्राप के कारण अपनी शक्तिओं को भूले (उच्च मंगल खाना नंबर 3) हनुमान जी की तरह) | लेकिन जब उसके मुँह खून लग जाएगा तो वह फिर सिर चढ़ने से न डरेगा खासकर जब वह बड़ा भाई हो | अगर मंगल नेक हो तो आरजुओं को तारने वाला शिवजी की तरह भोला भंडारी होगा | अगर उसका मकान शेर दहाना हो तो वह व्यक्ति लड़ाई की तदबीर का बुद्धिमान पुरुष होगा | नरम तबियत हो तो तरक्की दिन प्रतिदिन होती जाएगी | आयु 90 साल होगी | होंसला होगा और नजर उत्तम होगी | जायदाद मकान तीन तक होंगे | शेर के सामान होगा और बुरे लोगो को मारने वाला होगा | मगर सांसारिक व्यवहार में मित्र और सहायक होगा | ससुराल अमीर होंगे या शादी के बाद अमीर हो जाएंगे | उसको धन का हिस्सा देंगे | इसका मतलब यह नहीं है कि उनका लड़का नहीं होगा तो धन देंगे | धनी होंगे इसलिए टेवे वाले को अपने धन का हिस्सा देंगे | टेवे वाला किसी पर भी ज्यादती होते नहीं देख सकेगा |
2) जब मंगल के मित्र ग्रह (गुरु, सूर्य, चंद्र) उसकी दृष्टि में 9-11 में हो या फिर सातवे हो तो राहु का टेवे में अब बुरा असर न होगा | सुखी गृहस्थ होगा |
3) जब गुरु नंबर 9 में हो तो ससुराल अमीर होंगे और टेवे वाले को धन-दौलत देंगे |
4) शनि नंबर 9 में हो तो मौत और बीमारी से बचाव होगा | स्वास्थ्य अच्छा होगा | अपना मकान,
धन-दौलत, हर तरफ से सुखी और शनि का उत्तम फल होगा |
5) मंगल नेक हो और बुध नंबर 3-11 में भी हो तो भी बुध को नेक हो कर ही रहना पड़ेगा |
मंदी हालत में
1) अगर मंगल बद हो तो चालाक, धोखेबाज होगा | खाना-पीना लाभकारी चीजे है और इस दम का क्या भरोसा, के ख्याल का आदमी होगा | फोकी ठनठन, ऐयाश, गरीब होगा | उम्र 90 साल, सब्जकदमा (मनहूस) होगा | अगर अकड़ खाने वाला हो तो मृत्यु, बिमारी से तंग और कर्ज के बोझ के तले दबा रोता होगा | सिर छोटा, पेट मोटा, खाना ख़राब होगा | नर संतान की मंदी हालत होगी जिसका नतीजा भी भला न होगा |
2) गुरु नंबर 11 में हो तो सम्बन्धियों की मौत से दुखी मगर अपने लिए उत्तम होगा |
3) मित्र ग्रह 9-11 में या नंबर 7 में हो और मंगल बद या मंदा हो तो आ बैल मुझे मार के मंदे परिणाम मगर उसके स्त्री खानदान को मदद मिलती रहे | हर तरफ मंदा हाल होगा |
4) जब बुध या शनि 9-11 में या मंगल के साथ ही हो या शनि-बुध 3-7 में हो तो घर-बार में माली खराबियाँ मगर कुंडली वाले के खानदान को मदद मिलती रहे या देता रहे | जब शनि 11 में हो तो कुदरत की तरफ से मौत आदि न होगी |
उपाय: हाथी दांत कायम करना सहायक होगा |
S Kuber RA
Jyotish Acharaya
Vedic & Lal Kitab Astrology
Lal Kitab Vastu Consultant
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