लाल किताब
शनि खाना नंबर 5
बच्चे खाने वाला साँप
जले माया धन, जान बचता रहेगा |
मरे बेटे पोते, तो फिर क्या करेगा |
नेक हालत में
1) खुददार होगा
2) संतान की हालत केतु से और मकानों की हालत राहु से पता चल जाएगी | चाहे कुछ भी हो, निसंतान न होगा |
3) भोला बादशाह मगर तकब्बुर (घमंड) | छान-बीन की आदत से जीवन सफल बना लेगा | स्वयँ के बनाए या ख़रीदे मकान संतान की बलि लेंगे | मगर संतान के बनाए या ख़रीदे मकान कभी बुरा प्रभाव न देंगे |
4) संतान के लिए जद्दी मकान में मंगल या गुरु से सम्बंधित चीजे कायम रखने से लाभ होगा |
5) जब केतु भला हो तो संतान बढ़ती होगी और छान-बिन की आदत से जीवन को आगे बढ़ा लेगा |
6) जब राहु भला हो तो मकान बनेंगे |
7) शुक्र नंबर 7 या 12 या सूर्य, चंद्र 5-9-10 में हो मंगल या गुरु नंबर 10 में हो तो अब शनि का संतान पर कोई बुरा असर न होगा | किसी उपाय की भी जरूरत न होगी | चाहे अब संतान की गिनती और आयु पर बुरा असर न होगा मगर ऐसी संतान माता-पिता के लिए लाभकारी न होगी | बल्कि ऐसी संतान घर का सोना (गुरु), सामान खुराक (मंगल) चोरी से निकाल कर बाहर चोरों को लोहे के भाव पर बेच देगी |
8) खाना नंबर 11 खाली हो तो शनि अब धर्म देवता होगा |
9) गुरु 9 में हो तो भाग्य का शुभ प्रभाव 5-17-29-41-53-65-77-89-101-103 साल में होगा जब शनि वर्षफल में तख़्त (नंबर 1) पर आएगा | मगर संतान का फिर भी मंदा हाल ही होगा |
10) केतु नंबर 4 में हो तो पहला लड़का कायम रहे या न रहे मगर अब संतान पर शनि नंबर 5 का बुरा प्रभाव न होगा | बल्कि उसके बदले में टेवे वाले का खानदानी पुरोहित बर्बाद होगा | सांसारिक तीन कुत्तों की पालना करना शुभ होगा |
मंदी हालत में
1) शनि जब जन्म कुंडली में नंबर 5 या 7 में हो तो वर्षफल के हिसाब से जब सूर्य या चंद्र या मंगल जब नंबर 7 में आए तो स्वास्थ का मंदा हाल होगा |
2) सारे शरीर पर बाल हो तो बेशक चोर, फरेबी बने फिर भी मंदा भाग्य और बुरे नसीब वाला होगा | चाहे चाल-चलन पर पूरा काबू हो मगर फिर भी निर्धन होगा | मुकदमा, जहमत, बीमारी का झगड़ा आम होगा |
3) मंदे वक्त पर किसी का धन, किसी की औलाद, किसी का जिस्म बर्बाद हो |
4) जद्दी मकान में (सूर्य) स्काई-लाइट, बन्दर, ताम्बा, भूरी भैंस आदि, (चंद्र) चावल, दूध, मोती, चाँदी चकोर आदि, (गुरु) सोना, (मंगल) शहद, खांड, सौंफ, मूंगा, हथियार चीजे कायम करे | लेकिन जब नंबर 10 में राहु / केतु हो तो इन ग्रहों की चीजे मकान में जला दे तो संतान की गिनती और धन में बरकत होगी | जब कभी वर्षफल में शनि नंबर 5 में हो तो धर्म स्थान में साबुत बादाम ले जाकर आधे वापिस लाकर घर में कायम करे | संतान पैदा होने पर मीठे की जगह नमकीन बाँटे या खैरात में दे |
5) मंगल बुध टेवे में इक्कट्ठे हो या बाहम दृष्टि से मिलते हो तो शनि की आयु 36-18-9 में नंबर 2 के ग्रह के सम्बन्धी को सांप काटे या नुक्सान देवे | शनि अब राहु स्वाभाव (मंदा) बनावटी सांप होगा |
6) जब नंबर 10 खाली हो तो शनि अँधा, बच्चे खाने वाला साँप, नर संतान का शत्रु होगा | शादियाँ चाहे 7 हो और संतान बहुत हो, मगर अपना बनाया या ख़रीदा मकान 48 साल की आयु तक सिर्फ एक लड़का या एक मकान (दोनों में से एक) ही बचेगा | खासकर जब 7-12 में शुक्र हो और 5-9 में सूर्य / चंद्र न हो | संतान को तो लोहे के जंग की तरह बर्बाद कर देगा |
7) जब जाति स्वाभाव के असूल पर शनि मंदा हो तो पाप राहु-केतु की आयु तक शनि का मंदा असर होगा | बल्कि उम्र भर गुलामी में गुजार दे |
8) वर्षफल में सूर्य नंबर 1 या शनि नंबर 1 में आए तो चाहे अक्ल का अँधा, गांठ का पूरा भी हो फिर भी माया की कल्पना ही होगी |
उपाय
जद्दी मकान के खाना नंबर 10 (पश्चिम) में शनि के शत्रु ग्रहों की चीजे कायम करे | या शनि की अपनी चीज बादाम धर्म स्थान में ले जाकर आधे वापिस ले आए | ख्याल रहे के ये बादाम खाया नहीं करते | शनि ने अब बुराई न करने की कसम खा ली गिनी जाएगी | बुध का उपाय भी मददगार होगा |
S Kuber RA
Jyotish Acharaya
Vedic & Lal Kitab Astrologer
Lal Kitab Vastu Consultant
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