लाल किताब
शनि खाना नंबर 6
लेख की स्याही एक गुनाह मंदा
बुरा लड़का चाहे, पैसा खोटा न अच्छे |
मगर काम फिर भी अक्सर ही आते |
नेक हालत में
1) खाना नंबर 2 देखता है 6 को मगर शनि खाना नंबर 6 में हो तो उल्ट नंबर 2 को देखता है | नंबर 2 में चाहे शनि के मित्र हो चाहे शत्रु, यहाँ तक कि उसका परम मित्र शुक्र भी बैठा हो तो उसे भी विषैला डंक मार देगा |
2) जिस्म से अगर एक मुसाम (छिद्र) से दो-दो बाल पैदा हो तो बुद्धिमान और हुनरवान होगा |
3) नहरोता वाला साँप जिसको दिन में तो नजर आए मगर रात को अँधा यानि रात को किए हुए काम में शनि का मंदा प्रभाव शामिल न हो सकेगा |
4) शनि का साँप अपनी बिल से बाहर निकल कर फन (सिर) उठाते हुए ढंग पर किसी को जान से मार देने को तैयार हुए साँप की तरह शनि अब उलटी दृष्टि से नंबर 2 के ग्रह को देखता होगा खासकर जब नंबर 8 में राहु हो | शनि स्वयं अपने खाना नंबर 10 के ग्रह पर कोई बुरा असर न करेगा | जैसा केतु का असर उस टेवे में हो, वैसा ही शनि के हुक्म पर औरो का हाल होगा | जहाँ केतु बैठा होगा वहाँ भी शनि का प्रभाव चला जाएगा | शनि जब वर्षफल में शुभ घरों में आ जाए तो सिर करने वाला शेषनाग होगा | बुध मंदा न होगा और न ही लावल्दी का टेवा होगा | लेकिन अगर शादी 28 साल की आयु से पहले हो तो बुध, शुक्र, चंद्र तीनो ही मंदे हो जाएंगे | 28 साल आयु के बाद अगर शादी हो तो 24 साल लड़के ही लड़के पैदा हो | माता-पिता, मालोदौलत, विद्या सब की बरकत होगी
5) जब राहु जन्म कुंडली या वर्षफल कुंडली में उच्च हो जाए तो (3/6 में) मंदा समय सिर्फ 42 साल आयु तक होगा जिसके बाद शनि पक्का नेक असर देगा चाहे टेवे में सूर्य नंबर 12 में ही क्यों न हो | शनि यदि तारे तो कुल ज़माने की स्याही धो देगा | नालायक बेटा और खोटा पैसा फिर भी कभी न कभी काम आ ही जाते है |
6) सूर्य 12 में हो तो अब शुक्र आबाद ही होगा और स्त्री सुखिया ही होगी |
7) केतु जब नंबर 10 में हो और शनि वर्षफल में नेक प्रभाव का हो तो लड़की की जगह लड़के पैदा हो | सफर से परिणाम उच्च होगा | बाप से भी उत्तम खिलाडी और हर प्रकार के खेल, करतब या चाल-चलन की रंगबिरंगी हालत में सब से ऊपर के दर्जे का मालिक | मर्द, आयु, माया की बरकत होगी |
मंदी हालत में
1) शनि नंबर 6 का मंदा प्रभाव शनि की चीजों से जाहिर होगा | जैसे चमड़े (शनि) के जूते (केतु), लोहे (शनि) की चीजे जो बच्चो (केतु) के प्रयोग की हो आदि | ऐसा व्यक्ति यदि शराब का आदि हो जाए तो या मकान बनाए खासकर तब जब वर्षफल में भी शनि नंबर 6 में आया हो तो शनि जरूर अदालत, पुलिस, राजदरबार के सम्बन्ध में मंदे और दुःख देने वाले परिणाम पैदा करेगा | मंदे होने की पहली निशानी यह होगी कि उसके जूते गुम होंगे या ऐसा कहे कि वर्षफल में नंबर 6 में आने पर टेवे वाले को नए जूते खरीदने की आवश्यकता होगी | जिसके खरीदने के बाद राजदरबार सम्बन्ध में खराबियाँ या मंदे परिणाम होंगे | यही हाल नई मशीने या शनि से सम्बंधित चीजे खरीदने पर होगा | सबसे अच्छा तो यही होगा कि चमड़े (शनि) की नई चीज पाँव (केतु) के लिए खरीदी ही न जाए ताकि चमड़े के जूते सिर पर न पड़े | चमड़ा चूँकि मुर्दा चीज है और जिस्म की उखड़ी हुई खाल है इसलिए शनि, चमड़े की चीजों के आने के समय मुर्दे की तरह मंदे असर देगा |
2) लेख की स्याही का मालिक अगर मंदा हो तो सिर्फ एक गुना मंदा होगा और वह भी सदा मंदा न होगा | यदि वह विष से न भी मारे तो अपने जिस्म के लपेट से घुट कर ही दुखिया कर देगा | शनि नंबर 6 का प्रभाव बेशक शक्की (अच्छा या बुरा) मगर अब गुरु का असर जरूर ही मंदा होगा चाहे गुरु कैसा भी बैठा हो | नारियल या बादाम पानी में बहाना शुभ होगा |
3) 28 से पहले शादी हो तो शनि छाती पर साँप की तरह जहरीला प्रभाव देगा | बुध मंदा होगा जिससे 34-36 साल आयु में माता और संतान बर्बाद होंगे | मगर लावल्दी न देगा | अब न सिर्फ शनि अपना मंदा प्रभाव देगा बल्कि शनि की अपनी चीजे और केतु की चीजों के मंदे परिणाम होंगे | शनि की मियाद 36-39 साल आयु के बाद मकान बनाना शुभ होगा | अच्छा होगा कि 48 साल के बाद बनाए |
4) साँप की सेवा से संतान बढ़ेगी |
5) केतु की बर्बादी रोकने के लिए पूरा काला कुत्ता पालन शुभ और सरसों तथा राहु की चीजों का उपाय सहायक होगा |
6) जब मंगल नंबर 2 में हो तो मंगल के रिश्तेदार (टेवे वाले का बड़ा भाई, उसके बाप का बड़ा भाई यानि ताया, माता का बड़ा भाई यानि मामा) का सम्बन्ध, शनि के प्रभाव जैसे नजर आदि मंदी होगी खासकर जब राहु नंबर 1 में हो तो मामा 21 वर्ष की आयु में अँधा होगा |
7) मित्र ग्रह बुध-शुक्र-राहु नंबर 4-10 में हो या बुध नंबर 2 में हो या शत्रु का साथ हो (सूर्य / चंद्र / मंगल) तो सिर कटने से मौत होगी | छुपे काम करने का आदी होगा | घर में रोटी पकाने के लिए मिटटी के तवे यानि पूरी बद बख्ती होगी |
8) मंद भाग्य होगा |
9) शुक्र या चंद्र नंबर 2 में हो तो शनि विषैला साँप होगा जो विघनौर धन की हानि देगा | शुक्र की जानदार चीजे गाय, बैल, स्त्री आदि और चंद्र की जानदार चीजे माता आदि पर भी हमला कर देगा | खासकर जब राहु 8 में हो या राहु मंदा हो |
उपाय
सरसो के तेल से भरा मिटटी का गोल बर्तन किसी तालाब या दरिया में पानी के अंदर जमीन में दबा दे जहाँ वह बर्तन छुपा रहे | जब नंबर खाली हो तो शनि रात को अँधा होता है इस लिए शनि के कारोबार या सामान की जरूरत पद जाए तो रात को करना अच्छा होगा | शर्त यह है कि रात अँधेरी हो यानि चंद्र चमक न रहा हो | दूसरे शब्दों में कहे तो कृष्ण पक्ष होना चाहिए |
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S Kuber RA
Jyotish Acharaya
Vedic & Lal Kitab Astrologer
Lal Kitab Vastu Consultant
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