Monday, 22 October 2018

लाल किताब शनि खाना नंबर 7

लाल किताब 

शनि खाना नंबर 7 


कलम विधाता (रिजक)

उल्ट रंगी बोतल जो नाजनीन (पराई सुंदर स्त्री) थी |
कफ़न खींचने को वो तेरा खड़ी थी |

जब टेवे वाला शनि की तबियत वाला हो यानि चालाक, होशियार हो और औरतो से मोहबत रखने वाला हो (मंदा आशिक नहीं) तो धन-दौलत, हुकूमत होगी |

नेक हालत में

1) जिस्म पर मुसाम से अगर एक बाल पैदा हो तो शनि नेक तथा उत्तम प्रभाव देगा |

2) किसके हुक्म से इधर देख रहे हो की धमकी देने वाला | पक्का हठधर्मी | देखने के बजाय सुनने पर भरोसा करने वाला और जुदाई पसंद होगा |

3) माल हराम तथा हरामकारी, कफ़न मुफ्त न देगा | आई-चलाई लाखो की हो या हजारों की मगर जागीर की शर्त न होगी |

4) कलम विधाता (रिजक) उच्च गृहस्थी हालत | जन्म समय चाहे राई बराबर मामूली आदमी हो मगर शनि की मियाद पर ऊँचा पहाड़ हो जाएगा | मंदे शनि के वक्त जिस कदर मंदी हालत हुआ करती है अब टेवे वाला उल्ट हालत में हर और ही अच्छा हो जाएगा |

5) असल में शनि की नींव शुक्र (खाना नंबर 7 का मालिक) ही होगा और प्रभाव की शक्ति सात गुना होगी | दौलत हुकूमत का साथ होगा | अगर शादी 22 साल आयु तक न हो तो टेवे वाले की नजर बेबुनियाद यानि अंधापन होगा | मकान बने-बनाए बहुत मिलेंगे |

6) परोपकारी हो तो धन आए वरना न्यासिरी माया होगी | न्यासिरी मतलब जो किसी के काम न आए | जिस घर जाए उसी को तबाह कर आगे चल पड़े वाली गाथा होगी |

7) चालाकी और होशियारी होगी | हवा की आँख में मिटटी डालने की शक्ति का मालिक होगा |

8) राजदरबार से 5 लड़कियों की शादी करने के बराबर धन मिलेगा | उच्च शनि अपने समय में उच्च गुरु का काम देगा या गुरु - शुक्र का फल उम्दा होगा और वो अमीरो में अमीर होगा |

9) हजारों सफर करे | उसके बुजुर्गों की शर्त नहीं | बगैर पुल बांधे ही समुन्द्र को पार करने की हिम्मत, उम्र, अच्छे जीवन का मालिक होगा |

10) घर में लेटा हुआ पत्थर या खड़ा स्तून (पिलर) उत्तम शनि की निशानी होगा |

11) मित्र ग्रह (बुध, शुक्र, राहु) 3-5-7-11 में हो तो चारों का फल उत्तम होगा और ये ग्रह सहायक होंगे | लेकिन पेशा शनि से शामिल होने वाले माल-दौलत खा जाए |

12) जब मंगल नेक हो तो जायदाद जद्दी तो बेशक इतना न होगी मगर मासिक आयु लाखों में यानि बहुत अच्छी होगी |

13) बुध नंबर 11 में हो तो गाँव का मालिक रईस होगा |

14) मंगल, शुक्र, शनि एक साथ हो तो दो गुना मंगल नेक, शुक्र-शनि भी नेक और केतु का फल उम्दा होगा | लम्बी उम्र, स्वास्थ्य उत्तम | संतान का सुख और शत्रुता के समय हरएक से छुपी मदद मिले |

15) मंगल-गुरु या मंगल-शुक्र शनि को देखे तो सहायक धन रेखा हो | माया धन बेहद ज्यादा और कायम होगा |

16) चंद्र-मंगल या मंगल-गुरु शनि को देखे तो लम्बी उम्र और छुपी सहायता मिले |

मंदी हालत में

1) किसके हुक्म से इधर देख रहे हो की तबियत का स्वामी दुनियादार होगा |

2) शनि जन्म कुंडली में 5 या 7 में हो तो सूर्य या चंद्र या मंगल वर्षफल में 7 में आए तो सेहत के सम्बन्ध में मंदा प्रभाव होगा |

3) पराई स्त्री से प्यार के वक्त अपनी संतान मंदी बल्कि व्यर्थ होगी | सब कुछ बिक जाए लेकिन जब तक पुराने जद्दी मकान की दहलीज (लकड़ी की) कायम हो तो सब कुछ वापिस कायम होगा |

4) जब शनि जाति स्वाभाव से मंदा हो तो शराबखोरी, काग रेखा (गरीबी) और मंदे असर की पहली निशानी यह होगी कि कैद गले लगी रहेगी चाहे कितन ही जबरदस्त डाकू या मशहूर चोर हो |

5) जब मंगल, चंद्र, शुक्र रद्दी हो तो दुखों का पुतला होगा |

6) गुरु मंदा हो तो हासिद (ईर्ष्यालु), कमीना मगर जाहिरदारी उत्तम (दिखावा)    

उपाय : खांड से भरकर बाँसुरी दबाना शर्त यह है शनि सोया हुआ न हो | अगर सोया हुआ हो तो मिटटी के गोल बर्तन में शहद भर कर दबा दे |

7) मंगल-बुध या शुक्र-गुरु एक साथ हो यानि कुंडली में बनावटी शनि भी हो तो 27 साल हथियार कर डर, 29 साल आयु तक मंदी सेहत, झगड़ालु, नसीब का मारा होगा |

8) चंद्र मंदा हो तो शनि भी मंदा ही होगा धन के लिए | सिर की बीमारी होगी |

9) बुध या शनि के दुश्मन ग्रह (सूर्य, चंद्र, मंगल) 3-5-7-10 में हो तो आयु, धन, सोना, पिता सब मंदे होंगे | जद्दी जायदाद और मकान मंदे |

10) शुक्र का साथ हो तो बेगरज (निस्स्वार्थी) मगर मंदा आशिक होगा | स्त्री लम्बे समय तक बीमार रहे |

11) नंबर 1 खाली हो यानि शनि सोया हो और अगर शनि अपने तमाम दौरा में सोया रहे तो पोते के जन्म दिन से सब माया बर्बाद होगी | उपाय के तौर पर हर तरह की बरकत के लिए घर में शहद का बर्तन रखना जरूरी होगा |

12) बुध नंबर 1 में हो तो सिर कटने से मौत होगी |

13) बुध वर्षफल में 7 में आए तो आँख ख़राब होगी |

14) सूर्य नंबर 4 में हो तो हिजड़ा, निकम्मा आदमी | रतौंधी, टेवे में रात के वक्त ग्रह काम नहीं करते |

15) मंगल बद हो तो शनि नंबर 1 का दिया मंदा फल देगा और 27 साल आयु तक हथियार से डर होगा |

काली गाय की सेवा करना मुबारिक फल देगा |
पत्नी की सेवा करना शुभ होगा और पत्नी के रहें तक नेक फल होगा ? पत्नी के चले जाने के बाद शनि चुपचाप ही होगा |    

S Kuber RA
Jyotish Acharaya
Vedic & Lal Kitab Astrologer
Lal Kitab Vastu Consultant

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