Wednesday, 17 October 2018

लाल किताब बुध खाना नंबर 9

लाल किताब 

बुध खाना नंबर 9 


कोढ़ी तथा राजा  | कम उम्र | मनहूस 

अजब भूल-भुलाइयाँ जवानी तमाशा | 
दिखाते बहरूपी, ले बिस्तर ही भगा | 

नेक हालत में 

अपने पेट के लिए चाहे रोटी न मिले मगर अपने कबीले का पालन जरूर करता होगा | अक्ल की नक़ल का बीज (अंडा) नंबर 9 में पैदा होता है जिसके अंदर की हालत खाना नंबर 11 से पता चलती है | यानि बुध का भेद खाना नंबर 11 के ग्रह की हालत पर होगा | अगर नंबर 11 खाली हो तो यह बुध एक बेहया लड़की की तरह होगा जो अपने बाप के सम्बन्ध को भी बुरे सम्बन्ध का नाम दे दे यानि अपने बाप के साथ विषय करने की शान की मालिक हो | 

1) जब खाना नंबर 1-3-6-7-9-11 में चंद्र, केतु, गुरु हो तो बुध कभी मंदा न होगा | बल्कि हर तरफ से खिला हुआ बाग़ होगा | खुश्क बादल भी मोती बरसा दे | धर्म, धन, उम्र उत्तम | घर में सदस्यों की बरकत होगी | 

2) यदि चंद्र नंबर 3-5-9-8 में हो तो बुध के प्रभाव से अपने आप बचाव होगा | नया कपडा डालने से पहले उसे दरिया के पानी से धो ले या फिर दरिया के पानी के छींटे मार कर केवल दिन के वक्त ही डाले | रात को ना डाले 

मंदी हालत में 

इस घर में बुध बेबुनियाद और बहुत अधिक गहराई के खाली कुऍं का महल होगा यानि ऐसे व्यक्ति के जन्म में भेद होगा जिसके जाहिर करने में उसकी अपनी जुबान में थथलापन होगा | 

मंगल या सूर्य के साथ से लसूड़े की गिटक की भांति भाग्य का हाल होगा (मंदे अर्थो में) | मंगल बद होगा, उम्र के लिए | स्वयं बुध का समय और मंगल का समय 34-28-17-15-13-4-1 साल, महीने का दिन आयु के लिए नेक न होगा | चमकादड़ के घर मेहमान आए, जहाँ हम लटके है तुम भी लटक जाओ, की तरह साथिओं का हाल होगा | जिसका उपाय नाक छेदन के बिना ओर कोई न होगा | चंद्र की चलती हुई चीजे और पीले रंग में रंगी हुई चीजों से टेवे वाला एक चलती हुई नदी होगा | सब्ज रंग मंदा ही होगा | टेवे वाले की तूफानी हालत का कोई अंत न होगा | बुध एक ऐसा तिलस्मी (जादुई) कुआँ होगा जिसका इस्तेमाल फाँसी देकर गिराने के लिए होता है | और इस कुऍं की तह-जमीन देखने के लिए सीढ़ी (बुध) का कभी प्रबंध न होगा | यदि यह सब कुछ न हुआ हो तो दरजहाँ न होगा | अगर किसी वजह से आयु वाला हो तो खानदान की परवरिश करने वाला होगा नहीं तो पिता 29 साल दुखी रहे | थथलाकर बोलने वाला होगा | 34 वे साल में मंगल बद का असर होगा जिसका उपाय लोहे की लाल गोली पास रखना होगा | खाना नंबर 3 / 9 के बुध के लिए लोहे की गोली पर लाल रंग कर के अपने पास रखना होगा, जब मंदा हो | अगर बुध नेक स्वभाव हो तो शीशे की गोली लेना होगा और उस पर रंग उस ग्रह का होगा जिससे बुध का स्वाभाव मिलता था | बुध का स्वाभाव कैसे देखना है यह बुध की पहली पोस्ट में लिखा है खाना नंबर 9 में या खाना नंबर 9 के ग्रहों का साथी ग्रह हो जाने वाला बुध यानि जिस घर में बुध बैठा हो उस घर के राशि का मालिक खाना नंबर 9 में बैठ जाए,  बुध उन सबको बेबुनियाद, मुर्दा, निष्फल कर देता है | यानी जो किसी भी काम का न रह जाए | वो ग्रह चाहे बुध के मित्र हो चाहे शत्रु, चाहे बुध से कमजोर हो चाहे ताकतवर, कोई फर्क नहीं पड़ता | 

बुध बैठा हो 1-8 में तो खाना नंबर 9 में बैठा मंगल बर्बाद होगा | 
2-7 में हो तो नंबर 9 का शुक्र ख़राब होगा | 
10-11 में बुध और शनि 9 में तो शनि ख़राब होगा | 
 9-12 में बुध हो तो नंबर 9 का गुरु ख़राब होगा | 
बुध नंबर 4 तो नंबर 9 का चंद्र ख़राब होगा | 
बुध नंबर 5 में तो सूर्य नंबर 9 का ख़राब होगा (वर्षफल में हो सकता है) 

बुध का मंदा हाल 

उदहारण के तौर पर घर से 9 मील की दुरी पर (खाना नंबर 9) स्थापित कुऍं से पानी का घड़ा भर कर घर की और वापिस चले | यह मंदा बुध घड़े में छेद कर देगा जिससे घर वापिस पहुँचने तक कपडे ख़राब और घड़ा खाली कर देगा | हर तरफ निराशा यानी बुध अब भाग्य का कोढ़ी और राजा एक साथ होगा | वह एक ऐसा हवाई कोढ़ (खाना नंबर 9 गुरु (हवा) का घर) होगा जो उड़कर स्वयं ही चिमट जाए | उस नर ग्रह (सूर्य, मंगल, गुरु) का उपाय करे जो बुध का साथी बन रहा हो | अगर काम न बने तो स्त्री ग्रहों का उपाय करे | फिर भी काम न बने तो नपुंसक ग्रहों का उपाय करे | मगर उपाय से बर्बाद हो जाने वाले ग्रहों का ख्याल न भूल जाए | 

बुध का मंदा असर चाहे धन चाहे जान पर हो तो वो आयु तक होगा | स्त्री पागल की तरह आग में सिर जलाए और संतान मंदी तथा व्यर्थ हो | ऊपर लिखे उपाय करे | घर की तह जमीन में चाँदी दबा दे | मिटटी के बर्तन में खुम्भ  भर कर धर्म स्थान में दे जिससे राजदरबार में सहायता होगी |      
  
1) जब केतु / चंद्र नंबर 11 में हो तो धोखा देना, दिया हुआ वचन पुर न करना, तमाशा दिखाते-दिखाते उसका बिस्तर ही ले कर भाग जाना, ऐसे व्यक्ति का आम असूल होगा | इंटरनेट और प्रिंटेड किताब में लिखा है की जब चंद्र / केतु नंबर 11 में न हो जो गल्त है | 

2) कुंडली में पितृ ऋण हो और गुरु अकेला 6-8-10-11 में हो तो अल्प आयु होगा यानि 8 x 8 = 64 साल अधिकतम आयु होगी | 8 के पहाड़े पर आयु का खतरा होगा | चाहे आयु का मालिक चंद्र कैसा भी उच्च आदि ही क्यों न बैठा हो | वरना सतान तथा स्त्री दोनों का मंदा फल होगा | 

3) 3-6-7 में चंद्र या गुरु या दोनों हो तो आयु तो लम्बी होगी मगर शादी और संतान में खराबियाँ होगी | 

4) जब नंबर 1 खाली हो तो शरीर फसादी होगा | हाथों की उंगलिओं के नाखून हरे होंगे | 

5) वर्षफल में जब बुध नंबर 11 में आए तो पौधे को जड़ से उखाड़ देने की तरह खराबियाँ देगा खासकर जब कोई ताबीज घर में लाई जाए | जब किसी साधु या फ़क़ीर वगैरा से कोई ताबीज ली जाए तो 17/34 दिन के अंदर ही अपनी जहर का सबूत देगा | 

नंबर 9 का बुध वर्षफल में नंबर 11 में निम्न सालो में आएगा 

7-15-25-37-49-66-76-96-108-120  

6) बुध अकेला नंबर 9 में हो तो बेवफा होगा | कनिष्ठा छोटी होगी |      

S Kuber RA
Jyotish Acharaya 
Vedic & Lal Kitab Astrologer 

Lal Kitab Vastu Consultant      

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