लाल किताब
सूर्य और बुध
मुलाजमत मुतल्ल्का कलम, सरकार का धन, सरसब्ज पहाड़, लाल फिटकरी, शीशा सफ़ेदसूर्य-बुध मुश्तर्का को शनि देखे तो शनि से सम्बंधित कारोबार से शनि की उम्र (27- 33, 36-39) नफा होगा | लेकिन अब सरकारी ठेकेदारी या मुलाजमत वगैरा के नतीजे मंदे ही होंगे | सूर्य के साथ बड मानिंद पारा होगा |
दोनों ग्रह 39 साल उम्र तक मुश्तरका होंगे | इस मिलावट में अगर सूर्य का असर दो हिस्से तो बुध का एक होगा | दोनों का उत्तम फल होगा मगर सूर्य का प्रबल होगा | दोनों मुश्तरका में सूर्य कभी नीच फल का न होगा | बुध बेशक मारा जाए और मंदा फल दे यानि जिन घरो में सूर्य मंदा हो या नीच हो तो बुध मंदा असर देगा | और जहाँ बुध मंदा हो वहाँ सूर्य को बेशक धब्बा लगे मगर बुध की आशिया सूर्य को मदद देगी | सूर्य अगर इंसानी रूह तो बुध विधाता की कलम होगी | या सूर्य अगर दुनियावी बन्दर हो तो बुध लंगूर की दुम की तरह मददगार होगा | बुध की आधी उम्र तक (17) बुध का जुदा फल जाहिर न होगा | दोनों मुश्तरका से मुराद मसनुई मंगल नेक होगा | खुद काम करने की ताकत और आदत ज्यादा होगी | दुसरो की कमाई की तरफ उम्मींदे रखने के बजाय अपनी कमाई पर शुक्र और सब्र करने वाला होगा |
नेक हालत में
1) राजताल्लुक और सरकारी मुलाजमत वगैरा जरूर होगी और फायदेमंद होगी | उम्र लम्बी होगी मगर मौत अचानक होगी | तालीम और कलम हमेशा मददगार होगी | लैम्प (रात की रौशनी में कारोबार) और तहरीर (लेखन) दस्ती लिखना उत्तम फल देगा |
2) जवानी में किस्मत जागेगी | स्त्री की दिमागी ताकत उत्तम होगी | या रुख़्सारा (चेहरे की हड्डी) पर जख्म का निशान होगा |
3) दुसरो के बजाय खुद अपनी हाथो पैदा की हुए कमाई पर भरोसा करने वाला होगा | जिसका नतीजा नेक होगा | वह खुद साख्ता (अपने आप बना हुआ मर्द) | सेहत उम्दा होगी |
4) नेक नतीजे | अब सूर्य और शनि दोनों का झगड़ा न होगा | (शनि 3,4,5 में हो)
अनामिका और कनिष्ठा के बीच छोटी सी लकीर हो तो ज्योतिष विद्या का जानकार होगा |
खाना नंबर 1
चलती फिरती घूमती चक्की, अक्ल वजीरी पता हो |
शेर जंगल या सब्ज पहाड़ी, माहिर रियाजी (गणित विद्या) होता हो |
सात, छटे जब दोस्त बैठा, ऊंच बुलंदी होता हो |
शत्रु मगर जब 7, 6 होता, दुखिया मुसीबत होता हो |
अब मंगल का असर कम होगा | मगर शनि का 1/4 मंदा असर शामिल होगा |
मानिंद (जैसे) वजीर, साहिबे तदबीर, सर सब्ज (हरे-भरे) पहाड़ की किस्मत में शान, इल्म रियाजी, योगाभ्यास का नेक फल, दौलतमंद, राजदरबार से नेक ताल्लुक | आम राजदरबारी झगड़ो का फैसला अपने हक में होगा जब तक शनि का मंदा असर शामिल न हो |
खाना नंबर 2
जिस्मानी और दिमागी उम्दा असर होगा | खाना नंबर 1 का असर जैसा भी हो शामिल ही होगा |
खाना नंबर 3
कुंडली असर न राहु मंदा, न ही बुरा दो होता हो |
भला शुक्र न जिसदम होता, बुरा राहु, बुध मंदा हो |
राहु का अब कुंडली में बुरा असर न होगा | पक्का आशिक और निहायत उत्तम असर होगा |
खाना नंबर 4
राज व्यापारी रेशम होते, चीजे बिसाती (फुटकर सामान बेचने वाला) बजाजी (कपडे का व्यापार) जो |
माया दौलत जर इतने भरते, खाली नाली भर जाती हो |
राज योग, दोनों का अपना-अपना उत्तम फल होगा |
बिसाती : वह जो कपडा या चटाई पर सामान फैलाकर बेचता हो; सुई, धागा, चूड़ी, बटन, साबुन, तेल आदि फुटकर सामान बेचने वाला व्यक्ति |
खाना नंबर 5
बुध का अब सारी उम्र (34) जुदा असर जाहिर न होगा | औलाद और बजुर्गो पर कोई बुरा असर न होगा | उम्र कम से कम 90 साल होगी | (जब शनि नंबर 9 में हो)
खाना नंबर 6
राज सभा खुद कलम से अपनी, ऊँचा मुबारिक होता हो |
कायम दोनों, जब घर दो खाली, सुखिया औलाद से होता हो |
सूर्य कायम और बुध नंबर 2 की दृष्टि से मंदा हो तो नेक असर, नेक नसीब हो | पाँव की कनिष्टिका छोटी होगी अनामिका से |
नंबर 2 खाली हो और दोनों कायम हो तो औलाद का सुख होगा | अनामिका और कनिष्ठा दोनों बराबर होगी |
खाना नंबर 7
घर ससुराल शुक्र गो (चाहे) मंदा, बर्बाद केतु ख़्वाह होता हो |
फ़ौव्वरा दौलत का इतना उठता, सैराब (पानी से भरा हुआ, सिंचित) जंगल को करता जो |
रहट* माया का योग से चलता, भला लाखो का करता हो |
स्नान जगत गो सारा करता, प्यासा मगर खुद रहता हो |
*रहट : खेतों की सिंचाई के लिए कुएँ से पानी निकालने का एक प्रकार का यंत्र जो गोलाकार पहिए के रूप में होता है और जिस पर हाँड़ियों की माला पड़ी रहती है।
औरत की किस्मत का अच्छा-बुरा असर शुक्र की अच्छी-बुरी हालत पर होगा | उसकी औरत अमीर खानदान से सूर्य की तरह मुकम्मल और उत्तम होगी | रंग और स्वभाव साफ़ और नेक होंगे | खुद टेवे वाले की हालत में ख़्वाह शुक्र अच्छा हो या बुरा, किस्मत के मैदान में चलते हुए रहट की तरह हर दम आमदनी जारी और फव्वारे के उछलते हुए और ताजे पानी की तरह हर वक्त उत्तम असर का मालिक होगा | ऐसे मर्द की आमदन हजारो जंगल और पहाड़ो के मैदानों को सैराब करेगी | अपनी जान के लिए खुद आप वह मर्द इतना नफा न पा सके और राजदरबार से उसे ऐसा नफा न हो मगर फिर भी सूर्य की तरह उत्तम और मुकम्मल होगा | मुसीबत के वक्त बदंर की तरह (यानि बहुत आसानी से) कामयाब होगा | जवानी का हिस्सा ऐसा शानदार न निकले तो मुमकिन मगर उसका बचपन और बुढ़ापा तो जरूर ही नेक और उम्दा होंगे | अभ्यास और इल्म ज्योतिष मुबारिक होंगे | केतु और बुध का फल 34 साल उम्र के बाद नेक होगा | यानि बुध की मियाद तक बेशक दौलत ज्यादा होगी मगर बुध की मुतल्ल्का आशिया, कारोबार, रिश्तेदार का असर अच्छा नहीं होगा | (जब शुक्र कायम और नेक हो)
खाना नंबर 8
बुध असर दे हरदम उम्दा, खाली पड़ा जब दूजा हो |
असर ग्रह घर दो गो मंदा, आयु मगर खुद लम्बी हो |
उपाय
शीशे के बर्तन को गुड़ से भर कर श्मशान / वीराने में दबाना मददगार होगा | जिस पर दोनों ग्रहो का अपना अपना नंबर 8 का दिया हुआ फल शुरू होगा |
खाना नंबर 9
वास्ते राजदरबार और तालीमी ताल्लुक दोनों ग्रहो का 24 साल उम्र से नेक असर और मुबारिक फल होगा जो 34 साल उम्र से ओर भी तरक्की पर होगा | ऐसे टेवे वाले की लड़की 6 साल उम्र तक (सिवाय पहले और तीसरे) निहायत ही मुबारिक साबित होगी | उसकी हर नंबर की लड़की (बमजूब (के अनुसार) पैदाइश एक के बाद दूसरी पैदा हो तो पहले पैदाशुदा को खाना नंबर 1 की कहेंगे) और आगे ऐसी लड़की की उम्र का हर नंबर का साल वही फल देगा जो जो बुध हर खाना में देता है |
खाना नंबर 10
दौलतमंद ज्यादा होगा | शनि, सूर्य और बुध का अपना-अपना और उत्तम फल साथ होगा | टेवे के खाना नंबर 1 - 2 के ग्रहो की दोस्ती-दुश्मनी के मुश्तरका असर का फल किस्मत में शामिल होगा | अगर नंबर 1,2 खाली हो तो सूर्य और बुध का उत्तम फल होगा | मगर शनि का फिर भी अच्छा या बुरा फल जैसा कि शनि टेवे के मुताबिक़ हो जरूर साथ शामिल होगा |
खाना नंबर 11
पाप जद्दी घर ख़्वाह कोई करता, जहर टेवे आ भरती हो |
बुध रवि कोई चाल न चलता, बुनियाद पहले घर होती हो |
अगर उसके जद्दी, बुजुर्गी मकान में धर्म पूजन, नेक और भद्र स्वभाव पुरुष हो तो नसीबा हरदम बढे | दोनों ग्रहो का नेक और बुरा असर शुरू और खत्म होने की निशानी फ़ौरन उसके खानदान के मेम्बरो पर जाहिर कर देगा और जद्दी मकानों जाती मकान की जमीन से मुतल्ल्का होगा |
खाना नंबर 12
अपन अपना फल देंगे | बुध का सूर्य पर (राजदरबार, सेहत) कोई बुरा असर न होगा बशर्ते उसके जिस्म पर सोना कायम रहे | बुध नंबर 11 वाला उपाय करना मददगार होगा यानि गले में ताम्बे का पैसा सहायक होगा जो इस ग्रह को बेफ़कूफी के कामो में धन हानि करवाने से बाज रखेगा |
मंदी हालत में
शुक्र का असर 25 साल रद्दी बल्कि मंदा ही होगा | बचपन में तकलीफ और राजदरबार में झगड़ा मगर फैसला अपने हक में हो जब सूर्य नीच घरो या दुश्मन ग्रहो का साथी हो जाए |
बुध का जाती असर मंदा यानि व्यापार वगैरा बेमानी होगा |
जब चंद्र नष्ट हो तो दिमागी सदमात होंगे |
झगड़ो का फैसला हक में न होगा, जब दोनों शनि को देखे |
दोनों के बिलमुकाबिल (मुकाबले पर) यानि नंबर 3,6 बुध की जड़ और नंबर 5 सूर्य की जड़ में चंद्र या गुरु हो तो मंदे नतीजे होंगे |
खाना नंबर 1
राजदरबार में जब भी झगड़ा हो अपने से बड़ो से होगा अगर उस वक्त (वर्षफल के अनुसार) शनि का टकराव (दृष्टि के अनुसार) हो तो फैसला अपने हक में होने को कोई शर्त न होगी | दृष्टि का दर्जा फैसला हक में होने का दर्जा होगा | अगर 100 फीसदी दृष्टि तो 100 फीसदी फैसला हक में होगा और इसी तरह 50 और 25 फीसदी में उतना फैसला हक में होगा |
खाना नंबर 2
किस्मत के ताल्लुक में माली असर हल्का ही होगा |
खाना नंबर 3
अगर गन्दा आशिक हो तो राहु और शुक्र दोनों का पूरा मंदा असर होगा | बदनाम और मतलबपरस्त | बुध का अरसा और बुध की गंदगी की वजह से 34-17 साल लगातार नुक्सान-ही-नुक्सान होगा |
खाना नंबर 5
मौत अचानक होगी |
खाना नंबर 6
बुध कायम और सूर्य नंबर 2 की दृष्टि से मंदा हो तो दोनों का नेक असर कम होता चला जाएगा | पाँव की कनिष्टिका अनामिका से बहुत बड़ी होगी | मनहूस, जलील, और मंद भाग होगा | अपनी उम्र लम्बी होने की कोई तसल्ली न होगी |
खाना नंबर 7
शुक्र (औरत) का (फल) केतु औलाद मंदा | औरत खुद इतना सुख न पावे | ससुराल बर्बाद या औलाद की उम्र के तकाजे हो | (जब शुक्र मंदा, ख़राब या बर्बाद हो)
बुध की 34 साल उम्र या नंबर 9 के ग्रह की उम्र तक सूर्य को बुध की कोई ऐसी मदद न होगी और सूर्य के असर को चमकने न देगा | बल्कि लोगो में बेइतबारी और हकीरता (ईर्ष्या) ही पैदा करता जाएगा | और सूर्य (राजदरबार) पर स्याही ही फैंकता होगा | लेकिन ग्रहण नहीं लगाएगा | मगर फर्जी रेत तो जरूर होगी और राजदरबार में नीच सूर्य का नजारा, दरवेश होगा | (खाना नंबर 9 में ऐसे ग्रह हो ख़्वाह बुध उनका दुश्मन ख़्वाह वह बुध के दुश्मन यानि चंद्र, मंगल, गुरु हो |
खाना नंबर 8
खाना नंबर 2 के ग्रह अगर कोई भी हो बर्बाद होंगे और बुध की आशिया, कारोबार, रिश्तेदार जैसे बहन, फूफी, मौसी वगैरा की हालत मंदी होगी | बेरहम, बेचलन होगा और मुमकिन है जंगो-जदल या लड़ाई-झगडे में मारा जाए | (जब मंगल बद हो)
खाना नंबर 9
जब बुध मंदा हो तो 17 से 27 साल उम्र तक मंदा असर होगा | अगर एक लानत हटे तो दूसरी खडी होगी | नर औलाद 34 साल उम्र से पहले शायद ही कायम होगी | औरत के टेवे में नर औलाद 22 साल उम्र से पहले शायद ही कायम होगी | मंदी हालत के समय सूर्य या मंगल के नेक कर लेने का उपाय मददगार होगा | इतवार या मंगलवार के दिन पैदाशुदा लड़की के वक्त किसी उपाय की जरूरत न होगी | सब कुछ स्वयं ही उम्दा फल पैदा हो जाएगा |
खाना नंबर 10
शनि का बुरा फल अब शामिल होगा | बदनामी में मशहूर होगा | अपने काम स्वयं बिगाड़ता होगा |
खाना नंबर 11
जब उसके जद्दी मकान में जहर या मंदे काम पैदा करने वाले लोग हो तो वह जहर फ़ौरन टेवे वाले पर मंदा असर देगी |
खाना नंबर 12
गृहस्थी हालत में बुध की आशिया (जानदार और बेजान दोनों), कारोबार, रिश्तेदार फ़ालतू बोझ (नाहक खर्चा और जहमत) का बहाना होंगे | जिस्मानी नुक्स, नाड़ी की खराबियाँ, मूर्च्छा, मिर्गी तक हो सकती है | बुध खाना नंबर 6 के ग्रहो को बर्बाद करेगा |
S Kuber RA
Jyotish Acharaya
Vedic & Lal Kitab Astrologer
Lal Kitab Vastu Consultant
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