Monday, 10 December 2018

लाल किताब मंगल और बुध

लाल किताब

मंगल और बुध
 
मौत बहाना, बुध अब शेर (मंगल) के दाँत होगा, लाल कपडा जो लड़की को उसकी शादी पर पहनाते है लाल खूनी रंग जो चमकीला न हो, कंठी (गले की धारी) वाला लाल चोंच वाला तोता |  

दोनों ग्रह 45 साल उम्र तक मुश्तरका गिने जाएँगे |

अगर मंगल नेक हो तो दोनों ग्रह का बराबर और उम्दा फल मगर अगर मंगल बद हो तो बुध का दोगुना मंदा असर शामिल होगा | मंगल बद और बुध मुश्तरका मसनुई शनि (राहु स्वाभाव मंदा असर) खांड में रेत होगी | आतशी शीशा, लड़की के लाल चमकीले कपडे, अनार का फूल | जैसा टेवे में गुरु होगा, वैसा ही दोनों का फल होगा |

जब मंगल बद हो तो बुध अपनी निस्फ़ उम्र 17 साल तक अपना असर जुदा जाहिर न कर सकेगा | अगर मंगल नेक हो तो मुश्तरका बैठा हुआ बुध चुप ही होगा | और अगर दुश्मनी करनी ही तो ख़ुफ़िया करेगा |

जब दोनों मुश्तरका शुक्र से पहले घरो में बैठे हो तो शुक्र का हाल बुरे घरो का होते हुए भी नेक हो जाएगा | क्योंकि बुध अपनी नाली की दृष्टि के असूल पर मंगल को उठाकर शुक्र से मिला देगा | जिससे मंगल-शुक्र का फल मानिंद चंद्र हो जाएगा | जिसमे बुध और केतु का मंदा असर शामिल न होगा और उनकी चंद्र से दुश्मनी की जहर भी उड़ गयी होगी |

नेक हालत में

लड़के 24 साल और उम्दा फल दायक होंगे | शुक्र का फल स्त्री की दिमागी ताकत उम्दा होगी | जिसमे सर-सब्ज पहाड़ (शनि) का उत्तम असर शामिल होगा | और उसकी जुबान का लफ्ज पत्थर की लकीर होगा (अटल होगा) या वह गुरु (ब्रह्मा जी) को सुनकर बोलती हुई मालूम होगी | ऐसा शख्स कभी लावल्द न होगा औलाद के योग चाहे लाख मन्दे हो, जब दोनों शुक्र से पहले घरो में बैठे हो |

खाना नंबर 1

मजबूत जिस्म | वह औरत के खानदान को तार देगा और अपनी मालोदौलत उनके अर्पण ही करता होगा |

खाना नंबर 2

घर आठवाँ जब होता खाली, नेक असर दो देता हो |
आप धनी ससुराल अमीरी, लावल्द कभी न होता हो |

खुद दौलतमंद, ससुराल अमीर हो और धन देवे |

खाना नंबर 3

अगर बड़ा भाई साथ हो और मदद पर हो तो खुशगुजरान, माता-पिता का सुखसागर लम्बा और कुदरती मदद मिले | वह कभी लावल्द न होगा | बुध अपनी नाली के असूल पर मंगल और शुक्र को मिला देगा | अब बुध नंबर 3 और शुक्र नंबर 9 का मंदा असर न होगा | (जब शुक्र नंबर 9 में हो)

खाना नंबर 4

जान जाती पर बुरा न होता, कहर गैरो पर ढाता हो |
बुध अकेला बेशक उम्दा, राख जमाना मिलता हो |

अपनी जात, अपने वजूद पर कभी बुरा असर न होगा |

खाना नंबर 6

दोनों का अपना-अपना उत्तम और उम्दा फल जो दोनों का अलग-अलग 3,6 में लिखा है |

खाना नंबर 8

जुदा-जुदा दो बेशक मंदा, केतु भला न होता हो |
मिला असर याँ हर दो उम्दा, शनि दूजे न बैठा हो |
मामा कबीला ऐसा उजड़ा, जिन्दा कोई न रहता हो |
हुआ जिन्दा जो बदतर मुर्दा, फ़कीर जंगल जा बचता हो |

मंगल और बुध के बाहमी साथ में जहाँ कहीं भी दो में से किसी एक का भी फल खराब होता हो तो इकट्ठे होने की वजह से दोनों ही का फल उम्दा और उत्तम होगा | टेवे वाले के लिए अब मंगल बद न होगा बल्कि दोनों का मिला मिलाया असर निहायत उत्तम और उम्दा होगा |

मंदी हालत में

मंगल बद के कारण आग से नुक्सान का डर और सिर्फ फोकी इज्जत होगी | वालिद का ताल्लुक मंदा होगा | मंदे बुध का ख़राब फल जो मौत बीमारी और लानत से दुखिया करे | नाहक बदनामी, फ़िक्र और तकलीफ से अमूमन दुखी होगा | उपाय वही जो मंगल बद में लिखा है |

खाना नंबर 1

भाई पर मंदे असर, औलाद की किल्लत, जिंदगी की दुनियावी बेलुत्फी के वक्त शहद की सुराही मंगल की आशिया से भर कर वीराने में दबाने से मदद होगी | सुराही के इर्द-गिर्द ढाक के पत्ते भी रख देना और भी उत्तम फल देगा |

खाना नंबर 3

धन-दौलत के बहुत गम यानि चोरी, हानि वगैरा देखेगा | माया हर काम में मंदे असर दिखलाए | दिल हमेशा बुरे कामो की तरफ चले और बुरा असर होवे |

खाना नंबर 4

चाहे वह खुद बुरा न हो और न ही किसी का बुरा करने की कोशिश करे, मगर फिर भी दुसरो के लिए मंदा असर ही होगा |

खाना नंबर 7

गृहस्थ मंदे में जहर ही डाले, जुबान मंदी जब होती हो |
गुरु, शनि से कोई मिलते, जहर मंगल बद भरता हो |
मंगल सातवे सब कुछ उत्तम, धन-दौलत परिवार ही सब |
सब का सब ही मंदा होगा, बुध मिले मंगल से जब |

शहद में रेत यानि खून के दोरे के लिए जिस्म की नाड़ियाँ खराब, हर दो ग्रह का असर बर्बाद | मंगल का शेर बुध के जहरीले दाँत होने की वजह से शुक्र (गाय, औरत ) पर भी हमला कर देगा | यानि गृहस्थ बर्बाद, जहर के वाक्यात हो | किसी नेक असर की उमींद नहीं | फिजूल झगड़ा फसाद, मंदी जुबान (बुध की मेहरबानी) और खुद अपनी बद ख़यालियों के नतीजे होंगे |

खाना नंबर 8

मामू खानदान को बर्बाद ही करता होगा | बल्कि उनकी आगे की नस्ल का कायम रहना तक शक्की होगा | जिस दिन से ऐसा शख्स होश संभाले, मामू उसी दिन से दरबदर, घर से दुखिया होकर निकल भागे | लकिन साधू होकर मदद पाता होगा | मामू अपने सर पर राख डाल कर बच सकता है | वह भी अपने घर-घाट से बाहर रह कर | अगर अपने ही घर में रहे तो मुर्दो से भी तंग, कारोबार में सख्त धक्के, मुलाजमत में मौक़ूफ़ी (नौकरी से निकला जाना), जो भी कहो सच्च होगा |

खाना नंबर 11

शराबखोरी खुद आँखे टेढ़ी, शनि-गुरु फल मंदा हो |
मकान तबेले दौलत जलती, हार हानि सब देता हो |
गुरु चंद्र की चीजे उम्दा, पानी उत्तम जल गंगा हो |
सुबह सवेरे दांत जो धोता, जहर मंगल बद उड़ता हो |

शराब का इस्तेमाल आँख का टेढ़ापन पैदा कर देगा | या शनि (मकान) और गुरु (पिता, सोना) सब मंदे हाल पैदा करेंगे | जिसका उपाय सुबह-सवेरे गंगाजल का इस्तेमाल मदद देगा | या चंद्र, गुरु का उपाय, या चंद्र या गुरु की चीजों का साथ मुबारिक होगा |

बाकी घर अपना अपना फल होगा |

S Kuber RA
Jyotish Acharaya 
Vedic & Lal Kitab Astrology
Lal Kitab Vastu Consultant
  

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