Thursday, 6 December 2018

लाल किताब शुक्र और मंगल


लाल किताब 

शुक्र  और  मंगल 

मिटटी तंदूर, मीठा अनार, गेरू (लाल मिटटी), स्त्री धन

दोनों देखे जब शनि को, धन मुआवन रेखा हो |
उल्ट हालत जब हो टेवा, असर तीनो का मंदा हो |

अब खाना नंबर 8 के ग्रह भी नेक फल देंगे |

अमूमन धन-दौलत और मर्द-औरत दोनों ही चीजे इकट्ठी कम ही हुआ करती है | मगर अब दोनों ही इकट्ठे होंगे | यानि अब ऐसा धन दौलत होगा जिसके साथ परिवार भी हो | दोनों ग्रह 36 साल उम्र तक मुश्तरका होंगे | अगर मंगल एक हिस्सा हो तो शुक्र का 1/3 हिस्सा शामिल होगा |

मंगल बद के वक्त अगर शुक्र का असर तीन हिस्से नेक होवे तो मंगल बद का असर 4 हिस्से शामिल होगा | दरअसल अब दोनों मुश्तरका की जगह एक चंद्र ही होगा | जिससे या जिसमे बुध और केतु का बुरा और दुश्मनामा असर शामिल न होगा | जाहिरा बेशक दो और दोनों ही ग्रह होंगे | जब बुध और शुक्र जुदा-जुदा हो और बुध जन्म कुंडली में शुक्र से पहले घर में हो और बुध के साथ मंगल भी बैठा हो तो बुध अपनी नाली के असूल पर मंगल-शुक्र को मिला देगा जिससे टेवे वाला कभी लावल्द न होगा ख़्वाह उसके औलाद के योग लाख मंदे हो |  चाहे बुध नंबर 3 का हो (जो पक्का जहर हुआ करता है) या चाहे शुक्र नंबर 9 का हो (जो मंगल बद का फल दिया करता है)  

नेक हालत में

जब दोनों मुश्तरका को गुरु देखे या गुरु, चंद्र देखे तो धन भी होगा, परिवार भी होगा | तीर्थ यात्रा और दुनियावी सुख दोनों का और उत्तम फल होगा | निहायत उत्तम लक्ष्मी होगी | ऐसा धन जो हर तरह से नेक फल दे | धन भी और परिवार भी हो नेक और उम्दा मायनो में |

खाना नंबर 2

ससुराल कुत्ता वह उम्दा होगा, नेक मंगल जब होता हो |
सब कुछ उनका आग में जलता, पापी मंगल बद मिलता जो |

ससुराल खानदान में रहने वाला हो | औरत खानदान से जायदाद और दौलत आए ख़्वाह अपने घर ख़्वाह ससुराल घर रहने वाला हो | ससुराल अमीर होंगे और लावल्द कभी न होंगे | और उसे ससुराल खानदान से मीठी खांड की तरह का उम्दा असर और दौलत का फायदा हो |

खाना नंबर 3

ऐसा धन भाई-बहनो को तारे |

खाना नंबर 7

अनाज दौलत हो न कभी घटता, बुध चीजे न मंदी हो |
सुख-सागर हो भारी कबीला, औलाद-पोता सब फलता हो |

औलाद पर औलाद या साहिबे औलाद होगा | पोते-पड़पोते सब के सब जिन्दा | हर दम बढे परिवार | उसका धन अपने ही खून से पैदाशुदा मार्फ़त अपनी पत्नी, अपने भाई-बंधु को तारने वाला होगा मगर उसमे बहन-भुआ (बुध) वगैरा शामिल नहीं है | दौलत का भण्डार और दौलत का बाकी सब सुख होवे |

खाना नंबर 8

ऐसे जन्मे च्नद्रभान, चूल्हे आग न मंजे बान |

ऐसा इंसान जिसके घर में जन्म लेते ही भुखमरी आ जाए और कोई ऐश्वर्य न रहे |

आप मुबारिक उत्तम मान, निंदया जगत कुल करता जान | 

हमला रोकने की हिम्मत का मालिक | आसूदा हाल (खुशहाल, निश्चिंत, सुखी, तृप्त, संतुष्ट, आरामदायक) हर तरह से |

खाना नंबर 10

मिटटी डली पर निर्धन झगडे, भाई औरत जर पाता हो |
रंग सफा जब औरत चमके, ठाठ रानी दो राजा हो |

औरत के भाई-बंध (साले, बहनोई) खूब अमीर और मानिंद (जैसे) राजा होंगे | खाना नंबर 2 के ग्रहो का अब ख़ास ताल्लुक होगा | अगर ससुराल खानदान के आदमी स्याह रंग हो मगर खुद उसकी औरत साफ़ रंग हो तो ऐसे टेवे वाला खूब दौलतमंद, राजा की ठाठ और शानोशौकत का मालिक होगा | और ससुराल खानदान के अमीर होने की शर्त नहीं है |  

मंदी हालत में

रात-दिन मुसीबत पर मुसीबत मंदा असर ही होवे जब दोनों मुश्तरका को अगर कोई पापी ग्रह देखे |

चाहे शुक्र को किसी ग्रह ने नीच नहीं किया मगर मंगल बद ने शुक्र, स्त्री को भी नहीं छोड़ा बल्कि हर तरह से उसकी मौत तक का बुरा असर दिया | ऐसी हालत में आग का डर, बीमारी जहमत का दुःख, बल्कि मंदी मौत तक मानी है | (जब मंगल बद का साथ हो) | उपाय के लिए मंगल बद देखे |

खाना नंबर 3

खुद टेवे वाला जनाकार (व्यभिचारी) और ऐय्याश होगा |

खाना नंबर 4

माता भाईयो को जड़ से मारे, लेख भला न होता हो |
दौलत माया हो सब ही उड़ते, परिवार कबीला दुखिया हो |

माता के भाई-बंध (नर आदमी मामा वगैरा) खुद तबाह और टेवे वाले को तबाह करे | उनकी पानी से मौत हो या दुनियावी हाल में डूबते (तबाह) जाए | मंगल बद का हर तरफ से उन पर मंदा असर हो | मंगल बद और शुक्र दुगना बदफेल (बदचलन, दुष्कर्म), दोनों के झगड़े में बुध (साली) बर्बाद हो |   

खाना नंबर 8 

हर एक का निंदक और बदखोई (बुराई) करने वाला हो | जिस पेड के साए में जा कर बैठा वो पेड जड़ से उखड गया मगर वह खुद सही-सलामत ही बचता रहा |

खाना नंबर 9

सेहत औरत की मंदी होती, भाई बड़ा खुद होता हो |
रंग मंगल का चूड़ी चाँदी, बाजू औरत पर उम्दा हो |

औरत की सेहत मंदी जिसके लिए उसके (औरत के) बड़े भाई की मदद, बड़े भाई के हाथो से खाने-पीने की चीजे देना या दवा-दारू भिजवा देना मुबारिक होगा |

खाना नंबर 10

निर्धन, झगड़ालू | उसकी औरत भी शनि रंग और शनि स्वभाव की होगी | ऐसा आदमी मामूली से बात के लिए (जैसे मिटटी के कंकर के लिए ) लम्बा चौड़ा झगड़ा खड़ा कर देगा | औरत के लिए भाईयो को मरवा देगा |  

S Kuber RA
Jyotish Acharaya 
Vedic & Lal Kitab Astrologer 

Lal Kitab Vastu Consultant 

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