लाल किताब
शुक्र और राहु
मिटटी भरी काली आँधी
शुक्र-राहु मुश्तरका के वक्त शुक्र के दो भागों (बुध और केतु) में से केवल बुध होगा यानि फूल तो होगा मगर फल (केतु) न होगा | दोनों का मंदा असर इंसान की गुदा के आस-पास जाहिर होगा यानि गुदा के आस पास की जिल्द में नुक्स, इन्फेक्शन वगैरा होगा जो आसानी से ठीक न होगा | जिस भी घर में दोनों बैठे हो उस घर से सम्बंधित शुक्र का मंदा फल होगा |
नेक हालत में
बुध की फोकी इज्जत और शोहरत जरूर बरक़रार रहेगी |
खाना नंबर 12
असर मंदा जो पहले घर का. रिजक औरत का होता हो |
शाम दबाती फूल जो नीला, लेख चमकता होता हो |
शुक्र का फल, औरतजान की किस्मत तो जरूर ऊँच उम्दा होगा |
बाकी घर अपना-अपना फल होगा |
मंदी हालत में
जब दक्षिण के दरवाजे का साथ हो तो शुक्र का फल हर तरह से मंदा होगा | औरत पर औरत बर्बाद बल्कि खत्म ही लेंगे | न सिर्फ औरत की सेहत मंदी बल्कि औरत की उम्र तक मंदी बर्बाद या खतरा में लेंगे | लक्ष्मी भी मंदा फल ही देगी |
राहु-शुक्र मुश्तरका के वक्त राहु की पहली मंदी निशानी नाखूनों से शुरू होगी खासकर हाथ के नाखूनों से | यानि ऐसा मर्द-औरत अपने नाखूनों को कटवाने के बजाए बढाकर लम्बे-लम्बे और उन पर रंग वगैरा करने का शौक़ीन होगा / होगी | या राहु, शनि की एजेंसी में रहने की कोशिश करेगा | मतलब यह कि चमकीले शानदार सुरमे, आँखों की मश्क (बार बार करते रहने पर होनेवाले किसी काम का अभ्यास) से बातो का फैसला कर देना आम होगा |
उपाय
1) चंद्र का उपाय धोए चावल या खालिस चाँदी अपने घर में कायम करना और गुमनाम गड्ढो में सूर्य की आशिया (पैसा) या मंगल की मदद कारआमद (उपयुक्त) होगी |
2) दोनों मुश्तरका ख़्वाह किसी भी घर में हो शुक्र की आशिया हमेशा जली ही होगी ख़्वाह दोनों नंबर 2 में ही हो जो की धर्म स्थान है | जब केतु दोनों से पहले घरो में हो तो हमसाया मकान में लड़की की शादी न हो सकेगी | जिसका नतीजा राहु की राजधानी या ऐसे प्राणी की 43 साल उम्र तक उसके लिए ज़माने में हर तरफ कड़वे धुएँ के बदल खड़े कर देगा | जिसकी वजह से रात की नींद अमूमन ख़राब होगी |
उपाय
चंद्र और शुक्र का मुश्तरका उपाय यानि दूध में मक्खन या नारियल का दान मुबारिक होगा | औरत के जिस्म के दाएँ हिस्से पर चाँदी का छल्ला मुबारिक होगा |
खाना नंबर 1
औरत की दिमागी खराबियाँ या खुद टेवे वाले की अपनी सेहत (दिमागी हिस्सा बुखार वगैरा) मंदी होगी |
खाना नंबर 3
34 साल उम्र तक बुध और केतु का फल मंदा होगा |
खाना नंबर 7
धुआँ मिटटी घर औरत भरती, असर बुरा ही होता हो |
उम्र औरत न होगी लम्बी, केतु, चंद्र न उम्दा हो |
गन्दा आशिक खुदगर्ज होगा |
अब शुक्र और बुध दोनों ही बर्बाद होंगे | केतु माता और माता खानदान को बर्बाद कर रहा होगा और चंद्र नष्ट हो रहा होगा | जिसकी वजह से 24 साला उम्र भी बर्बादी में खत्म होगी |
खाना नंबर 12
औरत की सेहत और इंसान की खुद अपनी लक्ष्मी दौलत जरूर ही राहु के धुँए से स्याह (ख़राब) होती रहेगी | स्त्री की उम्र 21, 25 साल में खतरे में होगी खासकर शनि जब नंबर 3 में न हो | किस्मत की हार के वक्त औरत के हाथ से या खुद नीला फूल बवक्त शाम मिटटी में दबाए जाने से मदद होती रहेगी |
बाकी घर अपना-अपने फल होगा |
S Kuber RA
Jyotish Acharaya
Vedic & Lal Kitab Astrologer
Lal Kitab Vastu Consultant
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