लाल किताब
मंगल और केतु
शेर की नस्ल का कुत्ता
मंगल नेकी में दो गुना उम्दा, शनि, शुक्र जब मिलता हो |
वरना मंगल बद किस्मत बनता, शेर कुत्ता दो लड़ता हो |
औरत के टेवे में मंगल-केतु इकट्ठे के वक्त औरत का माहवारी उम्र दिन अमूमन मंगल की आधी उम्र 14 साल से शुरू हो कर 45 साल उम्र तक जारी रहेगा जो पैदाइश औलाद में मदद देगा |
जब टेवे में शनि-शुक्र बाहम मिलते हो तो मंगल-केतु मुश्तरका से मुराद होगी कि मंगल दो गुना नेक होगा | वरना मंगल-केतु (जब मंगल बद या मंदा हो) बाहैसियत पितृ ऋण में केतु ( कुत्ता, मुसाफिर, लड़का), मंगल बद (कब्रिस्तान) होगा | और गोली या जहर से मारा हुआ अगवा शुदा वजह होगी | केतु का इलाज चंद्र से होगा यानि सात किस्म के फल सात किस्म के जानवरो के धो से धोकर जद्दी मरघट, श्मशान या कब्रिस्तान या वीराने में दबाए | वरना 28 साल उम्र से 48 साल उम्र तक बीमारी, हाथ-पाँव खुद बर्बाद हिलते रहना झूला बीमारी, तपेदिक, कोढ़ के वाक्यात से नर या मर्दो की मौते होगी | खासकर जब शनि-चंद्र मुश्तरका से केतु नीच हो |
दूध के प्रकार
चंद्र - घोड़ी
गुरु - धर्मस्थान का पानी या शेरनी का दूध
सूर्य - (बंदरिया या पहाड़ी गाय या पूरी कपिला गाय) वह गाय जिसके जिस्म का रंग और थन का रंग दोनों ही पूरे स्याह हो या फिर ऐसी औरत जिसकी लड़कियाँ ही लड़कियाँ पैदा हुई हो
मंगल बद - उठनी
शनि - भैंस
बुध - भेड़, बकरी
शुक्र - आम गाय या आम औरत
राहु - बिल्ली, हथिनी या भंगन जच्चा
केतु - कुत्तिया, सुअरनी, गद्दी
जब दो केतु मुश्तरका हो यानि एक तो असल केतु और दूसरा मसनुई चाहे नीच चाहे उच्च मसनुई तो मंगल दो गुना नेक होगा | लेकिन अगर मंगल बद भी हो तो भी उस मंगल बद की दोगुना मंदा करने की ताकत को बरबाद करके उसे नेक कर देंगे |
टेवे में जब मंगल केतु मुश्तरका हो तो तकरीबन शनि-शुक्र भी मुशतरका होंगे तो ऐसी हालत में मंगल दो गुना नेक होगा |
नेक हालत में
लड़के 24 साल पैदा होते रहे |
खाना नंबर 2 : हुक्मरान आसूदा (खुशहाल, निश्चिंत, सुखी, संतुष्ट) हाल | दोनों का जुदा-जुदा और उत्तम फल होगा |
खाना नंबर 9
साल अट्ठाईस हालत बदले, नेक तरफ ख़्वाह मंदा हो |
पाँच-तीजे हो मुन्सफ (न्याय) जिसके |
केतु का फल अब उत्तम होगा | बशर्ते मकान वाला उपाय हो चुका हो | यानि कि उसके जद्दी मकान की बुनियाद के नीचे बारिश का पानी या शहद खालिस चाँदी के बर्तन में डालकर दबाना मददगार होगा | केतु का उपाय भी उत्तम होगा |
मंदी हालत में
मंगल शेर केतु कुत्ते की लड़ाई या मंगल केतु के बाहम झगडे में यानि जब केतु खुद मंगल के असर को जाहिरा बुरा या पोशीदा खराब कर रहा हो या जब मंगल बद का असर हो रहा हो तो दो कुत्तो की पालना या दो कुत्ते स्याह व सफ़ेद नर व मादा इकट्ठे रखना मुबारिक फल देगा |
खाना नंबर 4-6
मकान पे अपने शेर हो कुत्ता, शेर गारो में छुपता हो |
मिलता मिलाया असर दोनों, मंदा बुरा ही होता हो |
दोनों ही का बुरा असर हो या दोनों ही ग्रह हर तरह से मंदे और नाश होंगे और नाश करेंगे |
खाना नंबर 8
वही मंदा असर जो मंगल बद खाना नंबर 4, केतु नंबर 8 और मंगल-केतु मुशतरका नंबर 4 में दिया है |
खाना नंबर 10
28 दोनों 45 मंदे, केतु भला न रहता हो |
गुरु बैठा हो जैसा टेवे, फैसला ग्यारह होता हो |
केतु घर दसवे का शक्की, कुत्ता लड़के मंदे |
मंगल भी ख़्वाह दसवे बैठा, फिर भी दोनों मंदे |
अब उपाय केतु होगा, या चंद्र का पानी |
महल मकाना नीचे देवे, दूध शहद वो प्राणी |
28 साला उम्र के बाद हालत बुरे होंगे | मंगल बद होगा जो 45 साल उम्र तक बरबाद करेगा | औलाद (केतु) नदारद या तबाह होगी | चंद्र की आशिया (गंगा जल वगैरा) का उपाय भी मददगार होगा |
खाना नंबर 11
दोनों का वही फल होगा जो मंगल अकेले का खाना नंबर 10 में दिया हुआ है | बशर्ते मंगल बद न हो |
बाकी घर अपना-अपना फल होगा |
S Kuber RA
Jyotish Acharaya
Vedic & Lal Kitab Astrologer
Lal Kitab Vastu Consultant
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