Thursday, 14 February 2019

लाल किताब हर ग्रह से सम्बंधित मकान

लाल किताब 

हर ग्रह से सम्बंधित मकान 

बृहस्पति का मकान

बृहस्पति हवा के रास्तो से मुताल्लका होगा | सेहन मकान का मकान के किसी एक सिरे पर होगा ख़्वाह मकान के शुरू में ही हो ख़्वाह आखिर पर ख़्वाह दाईं तरफ ख़्वाह बाईं तरफ मगर दरम्यान में न होगा | मकान का दरवाजा उत्तर-पूर्व में न होगा | हो सकता है कि पीपल का पेड़ या कोई धर्म स्थान मंदिर, मस्जिद गुरुद्वारा वगैरा मकान में या मकान के बिलकुल साथ ही हो |

सूर्य का मकान

सूर्य रोशनी के रास्ते बतलाएगा | मकान का दरवाजा निकलते सूर्य यानि पूर्व की तरफ होगा और सेहन मकान के दरम्यान में होगा | आग का ताल्लुक निकलते वक्त मकान से बाहर निकलते वक्त दाएँ हाथ पर सेहन में ही हो, इधर-उधर किसी ओर जगह न होगा |

चंद्र का मकान

चंद्र जमीन और धन-दौलत का मालिक है और सूर्य से मिलता है | मकान के अव्वल तो अंदर ही वरना मकान की बाहर की चारदीवारी के साथ लगा या लगता हुआ और आखिर अगर दूर भी कहो तो कुंडली वाले की अपनी 24 कदम तक उस मकान से और मकान के बड़े दरवाजे के ऐन सामने कुआँ, तालाब वगैरा चलता हुआ पानी जरूर होगा | जमीन के अंदर से कुदरती पानी को चंद्र लेंगे, मसनुई नलका चंद्र न होगा | चश्मा वगैरा चंद्र गिने जाते है |


शुक्र का मकान

मकानों के ताल्लुक में यह ग्रह सूर्य के बरख़िलाफ़ होगा | ड्योढ़ी का शहतीर (दरवाजे की दहलीज, चौखट का लट्ठा) उत्तर दक्षिण में होगा | मकान में कच्चा हिस्सा जरूर होगा | दरवाजा मकान भी उत्तर दक्षिणी (शुमाल जनूब) होगा | इसका सबूत सफेदी कली चूना का हिस्सा व पलस्तर होगा |


मंगल नेक का मकान

यह ग्रह बृहस्पति, सूर्य, चंद्र के साथ चलता है मगर उनके दाएँ-बाएँ मानिंद चौकीदार पहरेवाला होगा | मकान का दरवाजा शुमाल जनूब उत्तर दक्षिण में होगा | कच्चे या पक्के होने की कोई खास शर्त नहीं | मर्द औरत जानदारों को आमदोरफत (लाभ आदि के रूप में आने या प्राप्त होने वाला धन, आने-जाने की क्रिया) की बरकत देगा | 
  

मंगल बद का मकान

मंगल बद का मकान का  दक्षिण में होगा | मकान के साथ या ऊपर मकान के पेड़ का साया | आग हलवाई की दुकान और भट्टी का साथ होगा | मकान में या मकान के साथ कब्रिस्तान इस शमशान भूमि होगी | लावल्दो का साथ होगा और हो सकता है खुद वो इंसान भी काना लावल्द हो | अगर किस्मत भली होगी तो उसे उसमे रहने का इत्तेफाक ही नहीं होगा |


बुध का मकान

मकान चारो तरफ दायरा में हर तरह खाली या खुला हुआ होगा या अकेला ही मकान होवे | मकान के साथ चौड़े पत्तों के पेड़ का साथ होगा | पीपल गुरु, बढ़ चंद्र-गुरु, शहतूत या लसूडा बुध होता है | बहरहाल चंद्र, गुरु के पेड़ो का साथ न होगा | अगर होगा तो वह घर बुध की दुश्मनी का पूरा सबूत देगा |


शनि का मकान

मकानों में यह ग्रह चार-दीवारी से मुतल्लका होगा और सूर्य के उल्ट चलता है | मकान का शारह - आम (आम रास्ता) का बड़ा दरवाजा (अंदर के दरवाजे किसी भी ग्रह के नहीं माने गए है) पश्चिम में होगा | मकान की सबसे आखिरी कोठरी जो बाहर से मकान के अंदर दाखिल होते वक्त दाएँ हाथ की तरफ होगी, पूरा अँधेरा कमरा होगा | जिस दिन तक इसमें रौशनी का बंदोबस्त न होगा शनि का उत्तम फल होगा | जिस दिन जरा भी रोशनी इस सूर्य के आने का बंदोबस्त हुआ, सूर्य-शनि का झगड़ा या वो घर बर्बाद हालत का हो जाएगा | मकान में पत्थर गड़ा हुआ होगा | मकान के सबसे पहले दरवाजे की दहलीज पुरानी लकड़ी यानि शीशम या कीकर बेरी फलाही वगैरा की होगी | नए ज़माने की लकड़ी न होगी | छत पर भी पुरानी लकड़ी क साथ आम | हो सकता है कि इस मकान में स्तम्भ या मीनार का साथ हो |

 
राहु का मकान

बालिगों से सम्बंधित बीमारी झगडे, राहु छत, बलाएँ-बद | बाहर से अंदर जाते वक्त उस मकान में दाएँ हाथ पर कोई गड्ढा भरा होगा | बड़े दरवाजे की दहलीज के ऐन नीचे से मकान का पानी बाहर निकलता होगा | मकान के सामने का हमसाया लावल्द होगा या गैर आबाद ही होगा | हो सकता है कि मकान की दीवारे तो तब्दील न होवे मगर छत कई बार बदली गई होगी | मकान के साथ लगती हुई भड़भूँजे (दाना भूनने का काम करनेवाली एक हिंदू जाति) की भट्टी, कोई कच्चा धुआँ, गर्की गंदे पानी को जमा करने का गड्ढा वगैरा का साथ होगा |    

     

केतु का मकान

बच्चो से मुतल्लका केतु खिड़कियाँ व दरवाजे बतलाएगा | हवाए-बद, अचानक धोखे, कोने का मकान होगा | तीन तरफ मकान एक तरफ खुला या तीन तरफ खुला और एक तरफ कोई साथी मकान या खुद इस मकान की तीन तरफे खुली होंगी | केतु के मकान में नर औलाद ख़्वाह लड़के ख़्वाह पोते तीन से ज्यादा न होंगे | अगर एक लड़का तो तीन पोते अगर तीन लड़के तो एक पोता या एक ही लड़का एक ही पोता कायम होगा | इस मकान के दो तरफ काटता हुआ रास्ता होगा | साथ का हमसाया मकान कोई न कोई जरूर गिरा हुआ बरबाद या कुत्तो के आने-जाने का खाली मैदान बरबाद सा होगा |     

S Kuber RA
Vedic & Lal Kitab Astrologer
Lal Kitab Vastu Consultant 

No comments:

Post a Comment